नयी दिल्ली, 12 जून (कड़वा सत्य) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व के सात शक्तिशाली देशों के समूह जी-7 की बैठक में शामिल होने के लिए गुरुवार की रात इटली जाएंगे।
विदेश सचिव मोहन क्वात्रा ने आज यहां एक ब्रीफिंग में कहा कि तीसरे कार्यकाल में श्री मोदी की यह पहली विदेश यात्रा होगी। उन्होंने कहा, “इटली की प्रधानमंत्री जिओर्जिओ मेलोनी के निमंत्रण पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 50 वें जी 7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कल अपुलिया, इटली की यात्रा पर जाएंगे। यह सम्मेलन 14 जून को वहां आयोजित किया जाएगा। सम्मेलन में भारत को एक आउटरीच देश के रूप में आमंत्रित किया गया है। लगातार तीसरे कार्यकाल में पदभार संभालने के बाद यह प्रधानमंत्री की पहली विदेश यात्रा होगी।”
विदेश सचिव ने कहा,” इससे उन्हें भारत के साथ-साथ ग्लोबल साउथ के लिए भी महत्वपूर्ण मुद्दों पर जी 7 शिखर सम्मेलन में उपस्थित अन्य विश्व नेताओं के साथ जुड़ने का अवसर भी मिलेगा।”
उन्होंने कहा कि यह जी 7 शिखर सम्मेलन में भारत की 11वीं और प्रधानमंत्री श्री मोदी की जी 7 शिखर सम्मेलन में लगातार 5वीं भागीदारी होगी। 14 जून को प्रधानमंत्री आउटरीच शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित अन्य देशों के साथ आउटरीच सत्र में भाग लेंगे। इस सत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्य सागर पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। यह एक ब्लॉक एजेंडा आइटम होगा जहां जी7 और आउटरीच देश अपने विचार और दृष्टिकोण साझा करेंगे।
श्री क्वात्रा ने कहा, “जी 7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री की भागीदारी पिछले साल भारत की अध्यक्षता में आयोजित जी 20 शिखर सम्मेलन के परिणामों का पालन करने और उन मुद्दों पर विचार-विमर्श करने का समय पर अवसर प्रदान करेगी जो वैश्विक दक्षिण के लिए महत्वपूर्ण हैं।”
श्री क्वात्रा ने कहा, “इटली में जी 7 शिखर सम्मेलन के मौके पर, प्रधानमंत्री द्वारा जी 7 के नेताओं के साथ-साथ आउटरीच देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ द्विपक्षीय बैठकें और चर्चा करने की भी उम्मीद है।”
उन्होंने कहा कि हमारे पास जो जानकारी है उसके अनुसार भारत के अलावा – जी7 अध्यक्ष के रूप में इटली ने अल्जीरिया, अर्जेंटीना, ब्राजील, मिस्र, केन्या, मॉरिटानिया, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, ट्यूनीशिया, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात और संयुक्त राष्ट्र सहित कुछ अंतरराष्ट्रीय संगठनों को भी आमंत्रित किया है।
विदेश सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री के इटली की प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय बैठक करने की भी उम्मीद है। बैठक में, दोनों प्रधानमंत्रियों द्वारा द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं की समीक्षा करने और आगे की प्रगति के लिए मार्गदर्शन देने की उम्मीद है।
रूस यूक्रेन संघर्ष को रुकवाने के मकसद से आयोजित होने वाले वैश्विक शांति शिखर सम्मेलन में भारत की भागीदारी के बारे में पूछे जाने पर विदेश सचिव ने कहा, ‘स्विट्जरलैंड में होने वाले शांति शिखर सम्मेलन में भारत उचित स्तर पर हिस्सा लेगा। इस पर अभी विचार चल रहा है। जब भी हमारे पास इस बैठक में भाग लेने के प्रतिनिधि के नाम तय किए जाने की सूचना होगी, हमें इसे आपके साथ साझा करने में बहुत खुशी होगी।”
.साहू
कड़वा सत्य