नयी दिल्ली, 01 अप्रैल (कड़वा सत्य) कांग्रेस ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किये जाने के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का अपमान किया है।
कांग्रेस के असंगठित कामगार एवं कर्मचारी संगठन के चेयरमैन डॉ. उदित राज ने सोमवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि श्री आडवाणी को भारत रत्न देने के दौरान जब श्रीमती मुर्मु खड़ी थीं तो श्री मोदी राजा की तरह बैठे थे। उन्होंने इसे राष्ट्रपति का अपमान बताया और कहा कि इससे पहले उन्होंने इसी तरह पूर्व राष्ट्रपति नाथ कोविंद का भी अपमान किया था। उन्होंने इसे आदिवासी और दलितों का अपमान बताया और कहा कि देश का दलित और आदिवासी यह अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा।
डॉ. उदित राज ने कहा कि नये संसद भवन के उद्घाटन के दौरान भी श्रीमती मुर्मु को नहीं बुलाया गया था और इस भवन के शिलान्यास के समय तत्कालीन राष्ट्रपति नाथ कोविंद को नहीं बुलाया गया था। पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी कहा था कि श्रीमती मुर्मु को किससे मिलना है और किससे नहीं मिलना है, यह प्रधानमंत्री कार्यालय तय करता है।
उन्होंने कहा कि श्री मोदी का सम्बंध उसी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिंदू महासभा से है जिसने 12 दिसंबर 1949 को बाबा साहेब डॉ. भीम राव अंबेडकर का पुतला और संविधान की प्रति को जलाया था। अब मोदी सरकार इन वर्गों के लिए लागू आरक्षण को खत्म कर रही है। निजीकरण कर नौकरियां खत्म की जा रही है। हालात यह हैं कि 48 केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में सिर्फ एक कुलपति अनुसूचित जाति वर्ग से है।
,
कड़वा सत्य