नयी दिल्ली, 11 अक्टूबर (कड़वा सत्य) स्कूली छात्रों के लिए देश की प्रमुख उद्यमिता प्रतियोगिता ‘यूथ आइडियाथॉन’ के चौथे संस्करण में छह टीमों को उनके नवाचार के लिए एक-एक लाख रुपये प्रति आइडिया इनक्यूबेशन अनुदान के लिए चुना गया।
आयोजकों की शुक्रवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार 5,000 से अधिक स्कूलों के 1.8 लाख से अधिक युवा प्रतिभाओं ने नवाचार के अपने कार्य-विचार के साथ भाग लिया।
पुरस्कार के शीर्ष छह टीमों को एक-एक लाख रुपये प्रति आइडिया इनक्यूबेशन अनुदान के लिए चुना गया। इनमें विद्याशिल्प अकादमी, नेशनल इनोवेटर रिलेशन्स इंस्टिट्यूट (एनआईआरआई) को जल संरक्षण व्यवसाय के क्षेत्र में नवाचार के लिए, संस्कृति स्कूल, पढाएआई को किफायती एआई पर आधारित बहुभाषी किफायती शिक्षण मंच के लिए, लीलावती सीनियर सेकेंडरी स्कूल, नई दिल्ली के सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों के लिए एक किफायती स्वच्छ वायु चिमनी समाधान के लिए, ओडीएम पब्लिक स्कूल, भुवनेश्वर, प्रोजेक्ट स्काईमिस्ट को पेल्टियर प्रभाव की अवधारणा पर वायुमंडल से पानी उत्पन्न करने वाली तकनीक के लिए, आर्मी पब्लिक स्कूल, कोलकाता को एआई आधारित होमवर्क जाँच और मूल्यांकन समाधान के लिए, आदित्य विद्याश्रम आवासीय विद्यालय, पुड्डुचेरी को कृषि के लिए एक सौर ऊर्जा से चलने वाली कार इस कार्यक्रम में सामाजिक प्रयोग के लिए पुरस्कृत किया गया।
इस प्रतियोगिता में चयनित शीर्ष 100 टीमें अपने नवाचार को बेचकर और द किड कंपनी प्लेटफ़ॉर्म पर कुल 40 लाख रुपये की क्राउड फंडिंग हासिल कर वास्तविक उद्यमिता में शामिल हुई हैं।
आयोजकों की एक विज्ञप्ति के अनुसार यह प्रतियोगिता यहां भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान ( आईआईटी दिल्ली ) में शीर्ष 100 किशोर नवप्रवर्तकों के कार्यों के आकर्षक प्रदर्शन के साथ संपन्न हुआ।
थिंकस्टार्टअप और मैनेजमेंट एंटरप्रेन्योरशिप प्रोफेशनल स्किल्स काउंसिल (एमईपीएससी) द्वारा केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और आईआईटी दिल्ली के सहयोग से आयोजित यूथ आइडियाथॉन भारत की सबसे बड़ी इनोवेशन और उद्यमिता प्रतियोगिता है, जिसकी रचना विशेष रूप से चौथी कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए की गयी है।
समापन कार्यक्रम में आईआईटी दिल्ली के डीन (अकादमिक) प्रोफेसर नारायणन डी कुरुर, लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) के मुख्य महाप्रबंधक आर के सिंह, इंडियन स्पेस एसोसिएशन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल ए के भट्ट (सेवानिवृत्त), , ब्रिक्स सीसीआई उद्योगमंडल के उपाध्य समीप शास्त्री, मीडियाटेक इंडिया के प्रबंध निदेशक अंकु जैन, अगेंद्र कुमार, शीएटवर्क की संस्थापक रूबी सिन्हा और वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ डिजाइन के कुलपित डॉ. गुप्ता जैसे प्रौद्योगिकी और व्यवसाय जगत की हस्तियों के अलावा निर्णायक मंडल के सदस्य उपस्थित थे।
सीबीएसई के निदेशक (कौशल शिक्षा एवं प्रशिक्षण) डॉ. बिस्वजीत साहा ने कहा कि सीबीएसई को इस तरह की पहल का समर्थन करने पर गर्व है, जो कम उम्र से ही रचनात्मकता, समस्या-समाधान कौशल और उद्यमशीलता की मानसिकता विकसित करती है।
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