नयी दिल्ली 14 जून (कड़वा सत्य) भारत के 5 अरब डॉलर के रक्षा निर्यात लक्ष्य को आगे बढ़ाने के लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को सुव्यवस्थित करने और रक्षा अनुसंधान एवं विकास तथा विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ाने की आवश्यकता बतायी गयी है।
एशिया की प्रमुख होमलैंड सुरक्षा और डिफेन्स एक्सपो में से एक अंतर्राष्ट्रीय पुलिस एक्सपो के आयोजक नेक्सजेन एग्जिबिशन ने हाल ही में किये गए सर्वे में एफडीआई को सुव्यवस्थित करने और रक्षा अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) एवं विनिर्माण क्षमताएं को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है। सर्वे के अनुसार इन क्षेत्रों में तेजी से कार्यवाही कर भारत 2024-25 तक अपने महत्वाकांक्षी 5 अरब डॉलर के रक्षा निर्यात लक्ष्य की ओर मजबूती से बढ़ सकता है ।