मुंबई, 12 जनवरी (कड़वा सत्य) महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि धर्म को राजनीति में नहीं लाना चाहिए लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजनीति धर्म पर आधारित है।
श्री पटोले शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय तिलक भवन में क्रांति ज्योति सावित्रीबाई फुले की जयंती और राजमाता जिजाऊ समारोह में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि, छत्रपति शिवाजी महाराज ने स्वराज्य की स्थापना की, जबकि संतों ने अपना आध्यात्मिक कार्य जारी रखा। शिवाजी महाराज धर्म को राजनीति में नहीं लाए। छत्रपति के राज में किसान की एक भी फसल को नुकसान न पहुंचाने की शिक्षा थी, लेकिन आज भाजपा राज में किसान रोज मर रहे हैं और सरकार को उनकी कोई परवाह नहीं है।
उन्होंने कहा कि कई सरकारें आईं और गईं लेकिन उन्होंने राजनीति के लिए धर्म का इस्तेमाल नहीं किया, लेकिन भाजपा ऐसा ही कर रही है।
कार्यक्रम में महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष संध्या सव्वलाखे, प्रदेश उपाध्यक्ष नाना गावंडे, मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे, प्रदेश महासचिव प्रमोद मोरे मौजूद थे।
श्री पटोले ने कहा कि, हमने पहले भी अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए चंदा और ईंटें दी थीं, हम भी राम मंदिर में विश्वास रखते हैं लेकिन भाजपा मंदिर पर राजनीति कर रही है। अयोध्या में आंशिक रूप से निर्मित राम मंदिर को तैयार होने में अभी तीन साल लगेंगे, लेकिन भाजपा चुनाव से पहले राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए जल्दी में है।
उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में सर्वोच्च पद के सभी चार शंकराचार्य इस तरह की प्रथा के विरोध में हैं। शंकराचार्य कह रहे हैं कि आधे बने मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा करना गलत है लेकिन भाजपा उनकी भी नहीं सुन रही है। भाजपा धर्म भ्रष्ट कर रही है और इसका आरोप कांग्रेस पार्टी पर लगा रही है।
श्री पटोले ने कहा कि राजमाता जिजाऊ, क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले, झाँसी की रानी का युग अलग था और अब युग अलग है। उस समय वे अत्याचारी व्यवस्था के खिलाफ लड़ते हुए ब्रिटिश शासन के अधीन थे, उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी बड़े साहस के साथ लड़ाई लड़ी, उनके विचार आज भी प्रेरणादायक हैं, ये हमारे प्रेरणा स्रोत हैं, आइए उनके विचारों के साथ आगे बढ़ें।
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