नयी दिल्ली 28 जनवरी (कड़वा सत्य) केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में विभिन्न स्तरों पर तालमेल और समग्रता पर जोर दिया जा रहा है।
श्री नड्डा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि स्वास्थ्य पर केंद्र सरकार का व्यय निरंतर बढ़ता जा रहा है। पिछले 10 वर्षों में इसमें 184 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति के
कई लक्ष्य समय से पहले हासिल किये जा चुके हैं।
इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल, सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के प्रमुख डा राजीव बहल मौजूद रहे।
श्री नड्डा ने कहा कि सरकार समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुंचने लिए सभी स्तर पर तालमेल पर जोर दे रही है। पिछले 10 वर्ष में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में समग्र स्वास्थ्य पर बल दिया गया है। राष्ट्रीय सिकल सेल उन्मूलन मिशन, टीबी उन्मूलन कार्यक्रम, इंद्रधनुष मिशन इसका उदाहरण हैं। शिशु मृत्यु दर, मातृ- शिशु मृत्यु दर और प्रजनन दर में गिरावट हुई है।
उन्होंने कहा कि मिशन के अंतर्गत समूह विशेष और क्षेत्र विशेष को लक्षित कर काम किया जा रहा है तथा इसके बेहतर परिणाम सामने आए हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में कुशल मानव संसाधन तैयार किया गया है तथा इसके लिए धन की कमी नहीं है। इसके अंतर्गत कुशल मानव संसाधन को आवश्यक उपकरणों और प्रशिक्षण से सुसज्जित किया जा रहा है।
श्री नड्डा ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा को देश के देर दराज के क्षेत्रों तक पहुंचाया जा रहा है। इन सेवाओं की निरंतरता और गुणवत्ता भी सुनिश्चित की जा रही है। आरोग्य मंदिरों को जीवन शैली से जोड़ा गया है। केंद्र सरकार आरोग्य मंदिरों को मानकों के अनुरूप बनाने के लिए राज्य सरकारों को प्रोत्साहित कर रही है। इनके माध्यम से 113 करोड़ लोगों तक पहुंच गयी है। स्वास्थ्य क्षेत्र में टेली प र्श ने व्यापक बदलाव किया है। इससे रोगी को उचित उपचार मिल रहा है और चिकित्सकों का समय बचा है। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम 748 जिलों में चल रहा है। इससे आम जनता का 16 हजार करोड़ रुपए की बचत हुई है।
सत्या अशोक
कड़वा सत्य