नयी दिल्ली 07 फरवरी (कड़वा सत्य) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बुधवार को कहा कि शिक्षा सबसे प्रभावशाली परिवर्तनकारी तंत्र है और परिवर्तन लाती है जहाँ असमानताएँ समाप्त हो जाती हैं, लेकिन लड़कियों की शिक्षा एक क्रांति है जिससे एक युग बदल रहा है।
श्री धनखड़ ने यहां इंद्रप्रस्थ महाविद्यालय के शताब्दी समारोह को संबाधित करते हुए कहा कि उद्योग जगत को शैक्षणिक संस्थानों को संभालने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे उद्योगपति विदेशी निवेशकों को मोटा-मोटा दान देते हैं जिसका प्रयोग देश के खिलाफ भी होता है। उन्होंने कहा कि उद्याेग जगत को शैक्षणिक संस्थानों, विशेषकर लड़कियों के लिए सीएसआर फंड से उदारतापूर्वक योगदान देना चाहिए।
उन्होंने कहा, “लड़कियों की शिक्षा सबसे प्रभावशाली परिवर्तनकारी तंत्र है। शिक्षा ही परिवर्तन लाती है जहाँ असमानताएँ समाप्त हो जाती हैं, लेकिन लड़कियों की शिक्षा परिवर्तन से परे है। लड़कियों की शिक्षा एक क्रांति है, लड़कियों की शिक्षा एक युग बदल रही है।”
श्री धनखड़ ने कहा कि वर्तमान में इस देश में एक ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र है जहां सभी के लिए संभावनायें खुली हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद के प्रति प्रतिबद्धता की आवश्यकता है। भारतीयता हमारी पहचान है। भारतीय होना हमारा सम्मान है। हमें अपने राष्ट्र का सम्मान करना चाहिए।
सत्या, उप्रेती