नयी दिल्ली 18 जनवरी (कड़वा सत्य) भारत ने लाल सागर एवं अदन की खाड़ी में ड्रोन हमलों पर चिंता जताते हुए आज स्पष्ट किया कि वह मालवाहक पोतों पर आतंकवादी हमलों को रोकने के लिए कोई बहुपक्षीय गठजोड़ में शामिल नहीं है लेकिन नौवहन के मार्गाें की सुरक्षा को लेकर भारतीय नौसेना वहां गश्त कर रही है ताकि भारत के आर्थिक हित प्रभावित नहीं हों।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने आज यहां नियमित ब्रीफिंग में यमन के हूती आतंकवादियों के मालवाहक पोतों पर ड्रोन हमलों के बारे में पूछे गये कई सवालों के जवाब में यह स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा, “ जहां तक लाल सागर की स्थिति और विदेश मंत्री के ईरान दौरे का सवाल है, आपने देखा होगा कि जब वह तेहरान में थे तो उन्होंने एक विस्तृत संयुक्त प्रेस वक्तव्य दिया था। लाल सागर और अदन की खाड़ी के मुद्दे, वहां की हिंसा और वहां की चीजों की नाज़ुक प्रकृति पर चर्चा की गई।”