नयी दिल्ली, 23 मई (कड़वा सत्य) भारतीय सम्पूर्ण क्रांतिकारी पार्टी के अध्यक्ष ठाकुर जाेगिन्दर सिंह भदौरिया ने दावा किया है कि लोक सभा के इस बार के चुनाव में बेरोजगारी और चुनावी चंदे के बांड में ‘कथित भ्रष्टाचार’ का मुद्दा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सत्ता बनाये रखने की राह में बड़ी चुनौती बनने जा रहा है।
दिल्ली में पार्टी के प्रत्याशियों के प्रचार के लिये आये श्री भदौरिया ने गुरुवार को एक बयान
में कहा , “ पांचवें चरण के चुनाव हो चुके हैं, पर भाजपा बहुमत से दूर होती जा रही है।” भारतीय सम्पूर्ण क्रांतिकारी पार्टी के अध्यक्ष ने बताया कि उनकी पार्टी ने नयी दिल्ली और दक्षिण दिल्ली सहित विभिन्न राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में 60 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किये हैं।
उन्होंने कहा कि इस समय मतदाताओं के सामने बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और चुनावी बाँड के जरिये कथित रूप से धन वसूलने में सत्ता पक्ष की मनमानी बड़ा मुद्दा है। उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों में मतदाताओं से संपर्क के आधार पर कहा जा सकता है कि लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘अहंकार’ से भी नाराज हैं ।
उन्होंने कहा कि ‘अबकी बार-चार सौ पार ’ का नारा हकीकत नहीं होने जा रहा है। “ महंगाई और बेरोजगारी से सामान्य और मध्य वर्ग की कमर टूट रही है, जिससे इन वगों में भाजपा के प्रति नाराजगी काफी बढ़ गयी है।”
चुनाव आयोग में पंजीकृत भारतीय सम्पूर्ण क्रांतिकारी पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा हालांकि आम जन के मुद्दों से मतदाताओं का ध्यान भटकाने के लिये धर्म की राजनीति जोर-शोर से कर रही है, लेकिन लोग अब भाजपा के भुलावे में नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपनी पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करते हुये उन्होंने पाया कि श्री मोदी के पक्ष में जो माहौल पांच वर्ष पहले था, अब वह नहीं नजर आता है।
श्री भदौरिया ने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपियों को भाजपा में शामिल करने और ऐसे कई नेताओं को पार्टी उम्मीदवार बनाने से भाजपा की साख प्रभावित हुई है।
श्रवण.
कड़वा सत्य