कोलंबो/नयी दिल्ली 19 जून (कड़वा सत्य) राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने कहा है कि श्रीलंका और भारत के बीच बिजली लाइन कनेक्शन स्थापित करने पर व्यवहार्यता अध्ययन किया जा रहा है और गुरुवार को भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर की यात्रा के दौरान आगे की चर्चा की जाएगी।
श्री विक्रमसिंघे ने यह भी कहा कि श्रीलंका और भारत के बीच भूमि कनेक्शन के लिए पूर्व-व्यवहार्यता अध्ययन पूरा हो चुका है और निकट भविष्य में पूर्ण व्यवहार्यता अध्ययन आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने मन्नार बिशप हाउस में मन्नार के बिशप डॉ. फिदेलिस लियोनेल इमैनुएल फर्नांडो के साथ अपनी बैठक के दौरान यह बात कही।
दोनों नेताओं ने मुलाकात के दौरान मन्नार जिले के लिए भविष्य की विकास योजनाओं पर भी चर्चा की।
एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्य विषयों में उत्तरी जिले में प्वाइंट पेड्रो और मुल्लातिवु का नवीकरणीय ऊर्जा केंद्र के रूप में विकास शामिल है। बैठक में यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया कि ये विकास गतिविधियां पर्यावरण के अनुकूल तरीके से की जाएं।
बैठक में इसके अतिरिक्त मन्नार को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की योजनाओं पर भी चर्चा की गई, जिसमें क्रूज पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए मन्नार किले का संभावित विकास भी शामिल है।
श्री विक्रमसिंघे ने कहा कि इन पहलों से भविष्य में मन्नार जिले के सभी क्षेत्रों में व्यापक विकास होगा। मन्नार के बिशप ने राष्ट्रपति से मन्नार के मछुआरों की समस्याओं का समाधान करने का भी आग्रह किया।
कड़वा सत्य