• Newsletter
  • About us
  • Contact us
Tuesday, August 19, 2025
28 °c
New Delhi
32 ° Wed
32 ° Thu
Kadwa Satya
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
Kadwa Satya
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
  • जीवन मंत्र
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
  • स्पेशल स्टोरी
Home मनोरंजन

संगीतकार नहीं अभिनेता बनना चाहते थे जयदेव

News Desk by News Desk
January 6, 2024
in मनोरंजन
संगीतकार नहीं अभिनेता बनना चाहते थे जयदेव
Share on FacebookShare on Twitter

पुण्यतिथि 06 जनवरी 

मुंबई, 06 जनवरी (कड़वा सत्य) अपने संगीतबद्ध गीतों के जरिये श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करने वाले संगीतकार जयदेव अभिनेता बनना चाहते थे।

03 अगस्त 1919 को लुधियाना में जन्में जयदेव का रूझान बचपन के दिनो से ही फिल्मों की ओर था।जयदेव अभिनेता के रूप मे अपनी पहचान बनाना चाहते थे।अपने सपने को पूरा करने के लिये वह 15 वर्ष की उम्र मे ही घर से भागकर फिल्म नगरी मुंबई आये जहां उन्हें बतौर बाल कलाकार वाडिया फिल्मस निर्मित आठ फिल्मों में अभिनय करने का मौका मिला। इस बीच जयदेव ने कृष्णाराव और जर्नादन राव से संगीत की शिक्षा भी ली।कुछ वर्षो के बाद जयदेव अपने पिता की बीमारी के कारण मुंबई फिल्म इंडस्ट्री को छोड़ वापस अपने घर लुधियाना आ गये।

पिता की अकस्मात मृत्यु के बाद परिवार और बहन की देखभाल की सारी जिम्मेदारी जयदेव के उपर आ गयी।अपनी बहन की शादी के बाद वर्ष 1943 में वह लखनऊ चले गये और वहां उन्होंनें उस्ताद अली अकबर खान से संगीत की शिक्षा हासिल की।बचपन से ही मजबूत इरादे वाले जयदेव अपने सपनों को साकार करने के लिये एक नये जोश के साथ फिर मुंबई पहुंचे।वर्ष 1951 में जयदेव को नवकेतन के बैनर तले निर्मित बनी फिल्म आंधिया में सहायक संगीतीकार काम करने का मौका मिला ।इसके बाद जयदेव ने महान संगीतकार एस.डी.बर्मन के सहायक के रूप में भी काम किया।

इस बीच जयदेव ने अपना संघर्ष जारी रखा ।शायद नियति को यह मंजूर था कि जयदेव संगीतकार ही बने इसलिये फिल्मककार चेतन आंनद ने उन्हें अपनी ही फिल्म जोरू का भाई में संगीतकार के रूप मे काम करने का मौका दिया। इस फिल्म के जरिये पहचान बनाने मे वह भले ही सफल नही हो पाये लेकिन एक संगीतकार के रूप मे उन्होनें अपने सिने करियर का सफर शुरू कर दिया। इसके बाद चेतन आंनद की ही निर्मित फिल्म अंजली की कामयाबी के बाद जयदेव बतौर संगीतकार फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गये। वर्ष 1961 में प्रदर्शित नवकेतन के बैनर तले निर्मित फिल्म हमदोनों की कामयाबी के बाद जयेदव बतौर संगीतकार सफलता के शिखर पर जा पहुंचे। यूं तो फिल्म हमदोनो में उनके संगीत से सजे सारे गाने हिट साबित हुये लेकिन फिल्म का यह गीत अल्लाह तेरो नाम श्रोताओं के बीच आज भी लोकप्रिय है।

वर्ष 1963 में सुनील दत्त के बैनर अजंता आर्टस निर्मित फिल्म मुझे जीने दो जयदेव के सिने करियर की एक और अहम फिल्म साबित हुआ। इस फिल्म में जयदेव ने फिल्म हम दोनो के बाद एक बार फिर से गीतकार साहिर लुधियानवी के साथ मिलकर काम किया और रात भी है कुछ भींगी भींगी ,तेरे बचपन को जवानी जीने की दुआये देती हूँ जैसे सुपरहिट गीत की रचना कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया ।श्रोताओं को हमेशा कुछ नया देने के उद्देश्य से वह अपनी फिल्मों के संगीतबद्ध गीतों में प्रयोग किया करते थे और ऐसा ही प्रयोग उन्होंने वर्ष 1963 में प्रदर्शित फिल्म किनारे किनारे में भी किया। फिल्म किनारे किनारे के माध्यम से उन्होंने अभिनेता देवानंद पर फिल्माये गानों के पार्श्वगायन के लिये तलत महमूद,मोहम्मद रफी, मन्ना डे और मुकेश की आवाज का इस्तेमाल किया ।सत्तर के दशक में जयदेव की फिल्में व्यावसायिक तौर पर सफल नही रही ।इसके बाद निर्माता .निर्देशकों ने जयदेव की ओर से अपना मुख मोड़ लिया, लेकिन वर्ष 1977 मे प्रदर्शित फिल्म घरौंदा और वर्ष 1979 मे प्रदर्शित फिल्म गमन में उनके संगीतबद्ध गीत की कामयाबी के बाद जयदेव एक बार फिर से अपनी खोयी हुई लोकप्रियता पाने में सफल हो गये ।

जयदेव को मिले सम्मानों पर यदि नजर डालें तो उन्हें उनके संगीतबद्ध गीतों के लिये तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।फिल्मी गीतों के अलावा जयदेव ने गैर फिल्मी गीतो को भी संगीतबद्ध किया।इनमें प्रख्यात कवि हरिवंश राय बच्चन की मधुशाला के गीत भी शामिल हैं। अपने संगीतबद्ध गीतों से श्रोताओं के दिलों में खास पहचान बनाने वाले संगीतकार जयदेव 06 जनवरी 1987 को इस दुनिया को अलविदा कह गये ।

प्रेम

Tags: JaidevmesmerizedMumbaithe audiencethe composerthe songs composedwanted to become an actorअभिनेता बनना चाहते थेजयदेवमंत्रमुग्धमुंबईश्रोताओंसंगीतकारसंगीतबद्ध गीतों
Previous Post

दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था को ठप करने की साज़िश रच रही भाजपा: आप

Next Post

वर्ष 2024 में भारत की विकास दर 6.2 प्रतिशत रहने का अनुमान: यू एन रिपोर्ट

Related Posts

Aadhaar-UAN Link: EPFO ने किया प्रोसेस बेहद आसान, अब 7 स्टेप में तुरंत होगा काम
अभी-अभी

Aadhaar-UAN Link: EPFO ने किया प्रोसेस बेहद आसान, अब 7 स्टेप में तुरंत होगा काम

August 17, 2025
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे का बड़ा आरोप, ‘अगर न्याय नहीं मिला तो मर जाएगा लोकतंत्र’, सुप्रीम कोर्ट से की यह अपील
देश

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे का बड़ा आरोप, ‘अगर न्याय नहीं मिला तो मर जाएगा लोकतंत्र’, सुप्रीम कोर्ट से की यह अपील

August 14, 2025
Delhi-Mumbai Expressway Accident: Delhi-Mumbai Expressway पर बड़ा सड़क हादसा, मिनी बस ट्रक से टकराई, , 4 की मौत, 10 घायल
देश

Delhi-Mumbai Expressway Accident: Delhi-Mumbai Expressway पर बड़ा सड़क हादसा, मिनी बस ट्रक से टकराई, , 4 की मौत, 10 घायल

July 14, 2025
अक्षय ओबेरॉय ने खरीदी वोल्वो सी40
बॉलीवुड

अक्षय ओबेरॉय ने खरीदी वोल्वो सी40

February 6, 2025
वागले की दुनिया एक संवेदनशील कहानी,दर्शक इससे गहराई से जुड़ेंगे: सुमित राघवन
मनोरंजन

वागले की दुनिया एक संवेदनशील कहानी,दर्शक इससे गहराई से जुड़ेंगे: सुमित राघवन

February 6, 2025
33 वर्ष की हुयी नोरा फतेही
मनोरंजन

33 वर्ष की हुयी नोरा फतेही

February 6, 2025
Next Post
वर्ष 2024 में भारत की विकास दर 6.2 प्रतिशत रहने का अनुमान: यू एन रिपोर्ट

वर्ष 2024 में भारत की विकास दर 6.2 प्रतिशत रहने का अनुमान: यू एन रिपोर्ट

New Delhi, India
Tuesday, August 19, 2025
Mist
28 ° c
84%
10.8mh
36 c 29 c
Wed
37 c 28 c
Thu

ताजा खबर

CCCC 13.0: लुधियाना की अनहद-दिव्या की बड़ी जीत, दरभंगा के रुद्र-शुभम ने किया धमाकेदार एंट्री!

CCCC 13.0: लुधियाना की अनहद-दिव्या की बड़ी जीत, दरभंगा के रुद्र-शुभम ने किया धमाकेदार एंट्री!

August 18, 2025
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने किया ‘तन समर्पित, मन समर्पित’ का लोकार्पण, स्वर्गीय रमेश प्रकाश के जीवन मूल्यों पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने किया ‘तन समर्पित, मन समर्पित’ का लोकार्पण, स्वर्गीय रमेश प्रकाश के जीवन मूल्यों पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि

August 18, 2025
फरीदाबाद में सरपंचों को मिला खास प्रशिक्षण: अब गांव-गांव बच्चों की सुरक्षा होगी और मजबूत

फरीदाबाद में सरपंचों को मिला खास प्रशिक्षण: अब गांव-गांव बच्चों की सुरक्षा होगी और मजबूत

August 18, 2025
Aadhaar-UAN Link: EPFO ने किया प्रोसेस बेहद आसान, अब 7 स्टेप में तुरंत होगा काम

Aadhaar-UAN Link: EPFO ने किया प्रोसेस बेहद आसान, अब 7 स्टेप में तुरंत होगा काम

August 17, 2025
Aadhaar-UAN Link: EPFO ने किया प्रोसेस बेहद आसान, अब 7 स्टेप में तुरंत होगा काम

Aadhaar-UAN Link: EPFO ने किया प्रोसेस बेहद आसान, अब 7 स्टेप में तुरंत होगा काम

August 17, 2025

Categories

  • अपराध
  • अभी-अभी
  • करियर – शिक्षा
  • खेल
  • गीत संगीत
  • जीवन मंत्र
  • टेक्नोलॉजी
  • देश
  • बॉलीवुड
  • भोजपुरी
  • मनोरंजन
  • राजनीति
  • रोजगार
  • विदेश
  • व्यापार
  • व्रत त्योहार
  • शिक्षा
  • संपादकीय
  • स्वास्थ्य
  • Newsletter
  • About us
  • Contact us

@ 2025 All Rights Reserved

No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी

@ 2025 All Rights Reserved