नयी दिल्ली, 16 जून (कड़वा सत्य) केंद्रीय सीमाशुल्क एवं अप्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीसीआई) ने सीमाशुल्क अधिकारी बन कर लोगों के साथ आनलाइन धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ आम जनता को सावधान करने केलिए जागरूकता अभियान चला रहा है ।
ऐसे तत्व लोगों से आनलाइन या मैसेज के जरिए सम्पर्क कर उनके खिलाफ आयातित मादक द्रव्य रखने के मामले कार्रवाई करने की धमकी देकर उनकी व्यक्तिगत सूचनाएं ले लेते हैं और धन ऐंठ कर गायब हो जाते हैं।
बोर्ड ने कहा है कि भारतीय सीमा शुल्क अधिकारी निजी खातों में शुल्क के भुगतान के लिए कभी भी आम जनता से फोन, एसएमएस या ई-मेल के माध्यम से संपर्क नहीं करते हैं।
बोर्ड इस अभियान के अंतर्गत लोगों को धोखेबाजों के काम करने के तरीकों के संबंध में समझा रहा है और उन्हेंअपनी जानकारी सुरक्षित रखने, कॉल करने वाले के पिछले रिकॉर्ड की पुष्टि करने और सतर्क रहकर ऐसी हरकतों की रिपोर्ट करने का आग्रह कर रहा है।
वित्त मंत्रालय की रविवार को जारी एक विज्ञप्ति में इस अभियान के बारे में जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि देश भर में भारतीय सीमा शुल्क अधिकारी बनकर लोगों से उनकी गाढ़ी कमाई ठगने वाले धोखेबाज व्यक्तियों की समाचार पोर्टल/सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई घटनाएं सामने आई हैं। ये धोखाधड़ी मुख्य रूप से फोन कॉल या एसएमएस जैसे डिजिटल माध्यमों का उपयोग करके की जाती है, और इसके पीछे तत्काल दंडात्मक कार्रवाई की धमकी दे कर लोगों से पैसे ऐंठने की मंशा होती है।
बोर्ड जागरूकता अभियान के अंतर्गत अखबारों में विज्ञापन, आम जनता को एसएमएस/ईमेल, सोशल मीडिया का उपयोग कर रहा है। इस काम मेें स्थानीय प्रशासन और व्यापार निकायों की भी मदद ली जा रही है।
विज्ञप्ति के अनुसार बोर्ड ने लोगों से अपील की है कि वे धोखाधड़ी का संदेह है या कोई अनियमितता मिलती है, तो कॉल डिस्कनेक्ट करें और संदेशों का जवाब न दें, पासवर्ड, आधार नंबर, आदि साझा या प्रकट न करें, या उनकी पहचान और वैधता की पुष्टि किए बिना अज्ञात व्यक्तियों या संगठनों को पैसे न भेजें। संदेह होेने संदेश की पुष्टि सीमा शुल्क विभाग की वेबसाइट से पुष्टि करें।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि सीमा शुल्क विभाग से सभी संदेशों की एक दस्तावेज़ पहचान संख्या होती है जिसे विभाग की बेबसाइट से सत्यापित किया जा सकता है।
बोर्ड का कहना है कि धोखेबाज कॉल/एसएमएस ,ईमेल आदि के जरिए लोगों से संपर्क करते हैं और दावा करते हैं कि सीमा शुल्क विभाग ने कोई पैकेज या पार्सल रोक रखा है और उसे जारी करने से पहले सीमा शुल्क या करों का भुगतान करने की आवश्यकता है। धोखेबाज सीमा शुल्क/पुलिस/सीबीआई अधिकारियों का रूप धारण करके ऐसे पैकेज/उपहारों के लिए सीमा शुल्क/निकासी शुल्क का भुगतान करने की मांग करते हैं। व्यक्तियों से उनके सामान की रिहाई के लिए भुगतान करने के लिए कहा जाता है।
बोर्ड का कहना है कि धोखेबाजों की ओर से लक्षित व्यक्तियों को सूचित किया जाता है कि उनके पैकेज को अवैध सामग्री (जैसे ड्रग्स/विदेशी मुद्रा/नकली पासपोर्ट/निषिद्ध वस्तुएं) या सीमा शुल्क नियमों के उल्लंघन के कारण सीमा शुल्क द्वारा जब्त कर लिया गया है। धोखेबाज़ कानूनी कार्रवाई या जुर्माने की धमकी देते हैं और समस्या सुलझाने के लिए पैसे मांगते हैं।
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कड़वा सत्य