नयी दिल्ली, 06 फरवरी(कड़वा सत्य) केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सात फरवरी को 38वें कुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला का उद्घाटन करेंगे जिसमें 42 देशों के 648 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे।
हरियाणा पर्यटन निगम की प्रधान सचिव एवं कुंड मेला प्राधिकरण की उपाध्यक्ष कला चंद्रन ने गुरुवार को कुंड मेला परिसर में पत्रकारों को यह जानकारी दी। सुश्री चंद्रन ने कहा,“ केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत शुक्रवार, सात फरवरी को सुबह 10 बजे 38वें अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले का शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह और प्रदेश के पर्यटन मंत्री अरविंद शर्मा भी उपस्थित रहेंगे।”उन्होंने कहा कि मेले में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहले से कहीं अधिक भागीदारी देखने को मिलेगी।
उन्होंने कहा,“ इस बार मेले की अंतरराष्ट्रीय भागीदारी भी अभूतपूर्व होगी। मेले में 42 देशों के 648 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे, जिनमें मिस्र, इथियोपिया, सीरिया, अफगानिस्तान, बेलारूस, म्यांमार और बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल के सदस्य देश शामिल हैं।”
सुश्री चंद्रन ने कहा,“ मेले में ओडिशा और मध्य प्रदेश दो थीम राज्य हैं। मेले में पर्यटकों को अन्य राज्यों के साथ-साथ इन थीम प्रदेशों की समृद्ध संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। इस मेले के माध्यम से हरियाणा अपनी सांस्कृतिक परंपराओं को देश-दुनिया में पहुंचाने में सशक्त माध्यम बनेगा।”
प्रधान सचिव ने कहा,“ कुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला दुनिया का सबसे बड़ा शिल्प मेला बन चुका है, जो भारत की समृद्ध कला परंपराओं को संजोए हुए है।” उन्होंने कहा कि 38 वां कुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला महज एक प्रदर्शनी नहीं है बल्कि यह कारीगरी, विरासत और वैश्विक एकता का उत्सव है। इस मेले को लेकर सभी प्रकार से पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।पर्यटकों को यहां पर किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी से मेले की हर गतिविधि की निगरानी की जायेगी।
प्रधान सचिव ने कहा,“ वर्ष1987 में शुरू हुआ यह शिल्प मेला कारीगरों को सीधा बाजार उपलब्ध कराकर उनकी आजीविका को सशक्त बनाने और भारत सरकार के ‘वोकल फॉर लोकल’ तथा आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह मेला छोटे और मध्यम उद्यमियों के लिए एक लॉन्चपैड की तरह काम करता है। यह विशेषतौर पर महिला उद्यमियों को उनके व्यवसाय को आगे बढ़ाने में मदद रहा है जिससे महिला सशक्तीकरण को बल मिलता है।”
इस दौरान कुंड मेले के थीम स्टेट ओडिशा से प्रिंसिपल रेजीडेंट कमिश्रर मृनालनि दरसवाल और मध्य प्रदेश से देवेंद्र राय ने उनके राज्यों से मेले में होने जा रही शिल्प और सांस्कृतिक विरासत के बारे में जानकारी दी। उन्होंने मेले की भव्य तैयारियों को लेकर हरियाणा सरकार और पर्यटन विभाग का आभार जताया।
इस वर्ष मेले में विशेष आकर्षण और भव्य प्रस्तुतियां इसे नयी ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगी। शिल्प लाइव डेमोंस्ट्रेशन कारीगर अपने परंपरागत शिल्प कौशल का लाइव प्रदर्शन करेंगे, जिससे दर्शक उनकी मेहनत और हुनर को करीब से देख सकेंगे। ऐसे में कलात्मक संवाद में शामिल आगंतुक सिनेमा, फोटोग्राफी, थिएटर, पेंटिंग और मूर्तिकला जैसे विभिन्न कलाक्षेत्रों के विशेषज्ञों से संवाद कर सकते हैं और उनकी रचनात्मक प्रक्रिया को समझ सकते हैं।
मेले के दौरान पर्यटकों को संगीत नृत्य का अनुपम संगम देखने को मिलेगा, जिसमें देशभर के सुप्रसिद्ध कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में पद्मश्री से पुरस्कृत महावीर गुड्डू, डॉ. सतिंदर सरताज, ममे खान, पापोन और बैंड्स, सौरव अत्री की मनमोहक संगीत प्रस्तुतियां रहेंगी। साथ ही डॉ. इरशाद कमाल की काव्य संध्या सुनने को मिलेगी। इनके अलावा प्रिय वेंकटरमन और देविका देवेंद्र एस. मंगला मुखी की शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुति रहेगी। विख्यात हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा और गौरव गुप्ता अपने हास्यरस से पर्यटकों को हंसी से लोटपोट करेंगे। इस बार ओडिशा और मध्य प्रदेश के पारंपरिक सांस्कृतिक मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेंगे। साथ ही एनआईएफटी मोहाली द्वारा भव्य फैशन शो देखने को मिलेगा। लोक कलाकारों में ही शामिल बंचारी, बीन सपेरा, नगाड़ा पार्टी, जादू शो, बांस वॉकर, बहुरूपिया, बायोस्कोप और कठपुतली शो मेले में पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करेंगे। उत्तर-पूर्वी शिल्प और हथकरघा विकास निगम मेले का सांस्कृतिक साझेदार होगा, जो उत्तर-पूर्वी राज्यों की समृद्ध शिल्प, वस्त्र और खानपान परंपराओं को प्रस्तुत करेगा।
मेले के दौरान पर्यटकों को हरियाणा के साथ-साथ देशभर के विभिन्न प्रदेशों के खास व्यंजनों का स्वाद चखने का अनोखा अनुभव मिलेगा। मेले में मुख्यरूप से राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, तमिलनाडु, पंजाब और अन्य राज्यों तथा थीम स्टेट ओडिशा और मध्य प्रदेश के स्वादिष्ट व्यंजन मिलेंगे।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन टिकटिंग और पार्किंग का आधिकारिक साझेदार है। आगंतुक ऑनलाइन टिकट बुकिंग डीएमआरसी वेबसाइट और कुंड मेला पोर्टल के जरिए कर सकते हैं। साथ ही, दिल्ली मेट्रो स्टेशनों पर ऑफलाइन टिकट भी उपलब्ध होंगे।
कड़वा सत्य