नयी दिल्ली 10 जनवरी (कड़वा सत्य) भारत और ब्रिटेन के संबंधों को मजबूत बनाने की दिशा में एक और कदम उठाते हुए
ब्रिटेन ने 2025 में हिंद महासागर क्षेत्र में ‘स्पीयरहेड कैरियर स्ट्राइक ग्रुप’ को तैनात करने की योजना बनाई है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की दो दिन की ब्रिटेन यात्रा के दौरान दोनों देशों ने संबंधों को और मजबूत बनाने की दिशा में निरंतर कार्य करने की प्रतिबद्धता दोहरायी है। श्री सिंह सोमवार देर रात दो दिन की यात्रा पर लंदन पहुंचे थे।
दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों के बीच बातचीत के बाद ब्रिटेन ने कहा है कि उसकी उच्च-तत्परता वाले ‘लिटोरल रिस्पांस ग्रुप’ को संयुक्त प्रशिक्षण के लिए 2024 में हिंद महासागर क्षेत्र में और 2025 में कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को भेजने की योजना है। ये दोनों ग्रुप भारतीय सेनाओं के साथ मिलकर संचालन करेंगे। ब्रिटेन की सबसे उन्नत नौसैनिक क्षमताओं की तैनाती ब्रिटेन-भारत सुरक्षा संबंधों को मजबूत बनाने की दिशा में एक निर्णायक कदम है।
ब्रिटिश रक्षा मंत्री ग्रांट शाप्स ने इस वर्ष के अंत में हिंद महासागर क्षेत्र में अपने ‘लिटोरल रिस्पांस ग्रुप’ को भेजने की योजना की घोषणा की। उन्होंने कहा कि कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के 2025 में हिन्द महासागर के दौरे पर जाने की योजना है और ये दोनों भारतीय बलों के साथ संचालन और प्रशिक्षण करेंगे। दोनों देशों ने संयुक्त अभ्यास से लेकर ज्ञान साझा करने और प्रशिक्षकों के आदान-प्रदान तक रक्षा में भविष्य के सहयोग पर भी चर्चा की। ये कदम 2021 में घोषित 2030 भारत-ब्रिटेन रोडमैप में परिकल्पित व्यापक रणनीतिक साझेदारी पर आधारित हैं।
भारत और ब्रिटेन की सेना आने वाले वर्षों में और अधिक जटिल अभ्यास शुरू करेंगे जो 2030 के ऐतिहासिक संयुक्त अभ्यास की आधारशिला रखेंगे।
श्री ग्रांट शाप्स ने कहा, “ इसमें कोई संदेह नहीं है कि दुनिया में प्रतिस्पर्धा बढ़ती जा रही है, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम भारत जैसे प्रमुख साझेदारों के साथ अपने रणनीतिक संबंधों को आगे बढ़ाना जारी रखें। हम साथ मिलकर समान सुरक्षा चुनौतियों का सामना करते हैं और एक स्वतंत्र और समृद्ध इंडो-पैसिफिक बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ हैं। यह रिश्ता मजबूती की ओर बढ़ रहा है, लेकिन हमें उन खतरों और चुनौतियों के मद्देनजर वैश्विक सुरक्षा को बनाए रखने के लिए मिलकर काम करना चाहिए जो हमें अस्थिर और नुकसान पहुंचाना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा कि ब्रिटेन और भारत के बीच रणनीतिक रक्षा साझेदारी में उद्योग के क्षेत्र में सहयोग भी महत्वपूर्ण है, दोनों देश विद्युत प्रणोदन प्रणालियों पर एक साथ काम कर रहे हैं जो हमारे भविष्य के बेड़े को शक्ति प्रदान करेंगे, और जटिल हथियारों के विकास पर सहयोग करेंगे।
उन्होंने कहा कि भारतीय रक्षा मंत्री की यात्रा के दौरान मौजूदा रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाते हुए दोनों देशों ने कई नई संयुक्त पहलों की भी पुष्टि की।
संजीव