बेंगलूरू, 6 जून (कड़वा सत्य) इंडिया ग्लोबल इन्नोवेशन कनेक्ट (आईजीआईसी) 2024 का तीसरा संस्करण जबरदस्त आगाज के साथ आज बेंगलूरू में शुरू हुआ जिसमें 17 देशों से वैश्विक उद्योग नेताओं समेत 500 से अधिक हस्तियां शामिल हुईं। अमेरिका, जापान, कोरिया, जर्मनी, सिंगापुर, इस्रायल, स्विट्जरलैंड, फ्रांस, यूएई एवं अन्य देशों से निवेशक, वेंचर कैपिटलिस्ट, उद्यमी शामिल रहे जिन्होंने भारत में अपने समकक्ष लोगों के साथ प्रौद्योगिकी और कारोबार से जुड़ी परिचर्चा की।
आईजीआईसी 2024 के उद्घाटन सत्र में भारतीय एवं वैश्विक स्टार्टअप के संस्थापक, वीसी एवं निवेशक, कॉरपोरेट एवं सरकारी अधिकारी, प्रौद्योगिकी एवं लोक नीति के विशेषज्ञ एक साझा मंच पर एकत्रित हुए। इन नेताओं और उद्योग विशेषज्ञों ने स्टार्टअप में निवेश के लिए भारत एक पसंदीदा स्थल, डिजिटल उपभोक्ता क्रांति की लहर का दोहन, जीसीसी डायनामिक और कॉरपोरेट इन्नोवेशन को बढ़ावा देने के लिए स्टार्टअप सॉल्यूशन, भारत का अनूठा इन्नोवेशन मॉजल, विश्व के सेमीकंडक्टर की शीर्ष कंपनियों की फेरहिस्त में भारत के शामिल होने की रूपरेखा, अगले पांच वर्षों के लिए भारत के टेक्नोलॉजी भविष्य के लिए विजन समेत कई विषयों पर चर्चा परिचर्चा की।
मादजा एंड मादजा स्ट्रैटेजिक एडवाइजरी के अध्यक्ष क्लॉड मादजा ने कहा, “भारत ने डीप टेक, हेल्थ टेक, सेमीकंडक्टर और एयरोस्पेस टेक्नोलॉजी में महत्वपूर्ण पैठ बनाई है और यह नवप्रवर्तन पर पहले से ही बहुत अधिक ध्यान दे रहा है एवं 21वीं सदी के स्टार्टअप्स को सहयोग कर रहा है। केंद्र में नयी सरकार को नई नीतियों की जरूरत नहीं है, बल्कि इस चरण में इसे विकास में तेजी लाने और पहले से जो हो रहा है, उसका विस्तार करना चाहिए। हम एक मोड़ पर हैं और हमारे सामने इसे पार करने और इसे और ऊंचे स्तर पर ले जाने की चुनौती है।”
कर्नाटक डिजिटल इकोनॉमी मिशन (केडीईएम), इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गुप्ता ने कहा, “बेंगलूरू ने स्वयं को एक वैश्विक प्रौद्योगिकी केंद्र के रूप में स्थापित किया है। आज भारत के 25 प्रतिशत पंजीकृत स्टार्टअप्स कर्नाटक के बेंगलूरू में स्थित हैं और आईजीआईसी, ब्रांड बेंगलूरू के निर्माण में एक स्वभाविक साझीदार है और यह प्रौद्योगिकी, निवेश, जीटीएम, मेंटर्स और स्टार्टअप वैल्यू चेन में इसकी स्थिति मजबूत करता है। यूनिकॉर्न में सबसे बड़ी हिस्सेदारी और इस पारितंत्र में सबसे अधिक प्रतिभाओं के साथ कर्नाटक इस देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में अग्रणी स्थिति में है। इस वैश्विक आईजीआईसी प्लेटफॉर्म के साथ हम हमारे उभरते प्रौद्योगिकी क्लस्टरों (मैसूरू, मंगलूरू, हुबली, धारवाड़ बेलगावी) से स्टार्टअप्स को मुख्य धारा में ला रहे हैं और उनके लिए निवेशकों, मार्गदर्शकों और वैश्विक कारोबारी साझीदारों तक पहुंच बेहतर और आसान बना रहे हैं।”
कर्नाटक डिजिटल इकोनॉमी मिशन (केडीईएम) के अध्यक्ष बी.वी. नायडू ने कहा, “बेंगलूरू स्टार्टअप पारितंत्र तेजी से फल फूल रहा है जहां 25,000 से अधिक स्टार्टअप्स परिपक्व आईटी सेवा क्षेत्र के बल पर उल्लेखनीय निवेश आकर्षित कर रहे हैं। यदि आपको भारत में अभी निवेश करना है तो आप एक तेजी से बढ़ते बाजार को भूल रहे हैं। भारत में विश्व की सबसे अच्छी डिजिटलीकरण की कहानियां हैं और शानदार इंटरनेट प्रसार है जहां 1.3 अरब की आबादी में से 1.1 अरब की आबादी एक दूसरे से जुड़ी हुई है। इसके अलावा, भारत में सबसे अधिक स्मार्टफोन धारक हैं। डिजिटल परिवर्तन पर सरकार के खास जोर का ही परिणाम है कि यहां पिछले महीने 250 अरब डॉलर मूल्य के 15 अरब यूपीआई लेनदेन हुए। विभिन्न सामाजिक एवं नगरीय चुनौतियों के साथ यह बड़ी आबादी ना केवल अवसरों की पेशकश करती है, बल्कि यहां अनूठे प्रौद्योगिकी समाधानों के लिए जबरदस्त संभावनाएं हैं। गतिशील वातावरण ने भारत में 105 यूनिकॉर्न के सृजन का मार्ग प्रशस्त किया जिसमें से 45 से अधिक यूनिकॉर्न बेंगलूरू में स्थित हैं। हमने ना केवल इसे बनाए रखे, बल्कि मजबूत सरकार-उद्योग साझीदारी के जरिए इसका विस्तार करने का लक्ष्य रखा है जो कर्नाटक की उपलब्धियों में एक प्रमुख कारक रहा है।”
वर्ष 2022 और 2023 में अपने पूर्व दो संस्करणों की सफलता के आधार पर आईजीआईसी 2024 का आयोजन वैश्विक रणनीति प र्श फर्म मादजा एंड मादजा द्वारा कर्नाटक डिजिटल इकोनॉमी मिशन के साथ किया जा रहा है जिसमें कर्नाटक डिजिटल इकोनॉमी मिशन एक रणनीतिक साझीदार है और इस आयोजन को सरकार और कारोबारी संगठनों जैसे स्विसनेक्स, जापान विदेश व्यापार संगठन (जेट्रो), जर्मन आंत्रप्रिन्योरशिप, फ्रेंच टेक इंडिया और बिजनेस फ्रांस, एंटरप्राइस सिंगापुर आदि से सहयोग मिला है।
आईजीआईसी मिशन अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के तेज उद्भव से पैदा हुए अवसरों की पहचान कर उनका आकलन करने और कारोबारी साझीदारी के लिए नए अवसर तलाशने के लिए भारत के पारितंत्र और की विदेशी पारितंत्र के बीच प्रौद्योगिकी एवं कारोबारी बातचीत का विस्तार करने का मिशन है।
इंडिया ग्लोबल इन्नोवेशन कनेक्ट 2024 के साथ जुड़े प्रमुख साझीदारों में- संस्थापक प्रायोजक- टाटा डिजिटल प्राइवेट लिमिटेड, रणनीतिक साझीदार- कर्नाटक डिजिटल इकोनॉमी मिशन, प्रायोजक- एक्जिलर वेंचर्स, विजफ्रेट, नॉलेज पार्टनर- कोविंगटन एंड बर्लिंग, स्विसनेक्स, साझीदार संगठन- जापान विदेश व्यापार संगठन, स्टार्ट2 ग्रुप, एंटरप्राइस सिंगापुर, फ्रेंच टेक इंडिया, बिजनेस फ्रांस शामिल हैं।
शेखर
कड़वा सत्य













