नयी दिल्ली 23 मई (कड़वा सत्य) दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने लगभग 6.80 लाख मोबाइल कनेक्शनों की पहचान की है, जिनके अवैध, अस्तित्वहीन, या नकली/जाली पहचान प्रमाण (पीओआई) और पते का प्रमाण (पीओए) केवाईसी दस्तावेजों का उपयोग करके प्राप्त किए जाने का संदेह है।
डी ओ टी ने आज यहां कहा कि संदिग्ध धोखाधड़ी वाले कनेक्शनों की पहचान – उन्नत एआई-संचालित विश्लेषण के माध्यम से, दूरसंचार विभाग ने लगभग 6.80 लाख मोबाइल कनेक्शनों को संभावित धोखाधड़ी वाले के रूप में चिह्नित किया है। पीओआई/पीओए केवाईसी दस्तावेजों की संदिग्ध सत्यता इन मोबाइल कनेक्शनों को प्राप्त करने के लिए मनगढ़ंत दस्तावेजों के उपयोग का सुझाव देती है।