• Newsletter
  • About us
  • Contact us
Friday, May 23, 2025
34 °c
New Delhi
38 ° Sat
36 ° Sun
Kadwa Satya
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
Kadwa Satya
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
  • जीवन मंत्र
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
  • स्पेशल स्टोरी
Home देश

जम्मू कश्मीर में ‘परिवारवादी दलों को रोकना भाजपा का लक्ष्य’

News Desk by News Desk
July 13, 2024
in देश
0 0
जम्मू कश्मीर में ‘परिवारवादी दलों को रोकना भाजपा का लक्ष्य’
Share on FacebookShare on Twitter

नयी दिल्ली 13 जुलाई (कड़वा सत्य) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जम्मू कश्मीर के आगामी विधानसभा चुनावों में यदि सरकार बनाने की स्थिति में नहीं आती है तो ऐसे में उसकी कोेशिश होगी कि किसी भी तरह से परिवारवादी पार्टियों के नेताओं को सत्ता में नहीं आने दिया जाये।
पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व का कहना है कि जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव सितंबर 2024 में कराये जाने के हिसाब से सांगठनिक तैयारी है। बीते लोकसभा चुनावों में उसने जिन दो लाेकसभा सीटों पर जीत दर्ज की है, उसके हिसाब से उसे 29 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त हासिल हुई थी। भाजपा का लक्ष्य है कि वह अपने दम पर किसी तरह से 35 से अधिक सीटें जीत जायें तथा कश्मीर घाटी में वह कुछ छोटे-छोटे दलों से गठबंधन करके परिवारवादी – नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी का नेतृत्व करने वाले परिवारों को सत्ता में आने से रोकें।
भाजपा को लगता है कि लोकसभा चुनावों के हिसाब से देखा जाये तो घाटी में भाजपा को कोई वोट नहीं देगा और तो वह छोटे प्रभावशाली दलों से गठबंधन करना ठीक रहेगा हालांकि लोकसभा चुनावों में उसकी सहयोगी पार्टी जम्मू कश्मीर पीपुल्स पार्टी को केवल एक या दो विधानसभा सीटों पर ही बढ़त मिली थी। भाजपा के कुछ पुराने एवं स्थानीय नेताओं को लगता है कि भाजपा के नेतृत्व ने कश्मीर घाटी को बीते पांच साल में जिस गंभीरता से लेना चाहिए था, वैसा नहीं हुआ।
भाजपा इन दिनों एक और सवाल से परेशान है कि क्या जम्मू कश्मीर में बदलते हालात में विधानसभा चुनाव कराने चाहिये कि नहीं। इस पर भाजपा में इस केन्द्र शासित प्रदेश के प्रभारी महासचिव तरुण चुघ का कहना है कि हालात तो स्थायी नहीं होते हैं, लेकिन हमें पार्टी के हित से अधिक देश का हित देखना है और इसलिए हमें चुनाव कराना ही होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा को लोकसभा चुनावों में 90 में से 29 सीटों पर बढ़त हासिल हुई थी। विधानसभा चुनावों में हमें इसे 35 से 40 तक लेकर जाना है और उन परिवारवादी पार्टियों को रोकना है जिन्होंने संविधान के अनुच्छेद 370 एवं 35 ए की आड़ में जम्मू कश्मीर को अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए हिंसा एवं अलगाववाद को परोक्ष रूप में सींचा और पालापोसा है।
भाजपा के सूत्रों का कहना है कि पार्टी की कोशिश होगी कि यदि उसका मुख्यमंत्री नहीं आता है तो कम से कम विधानसभा अध्यक्ष भाजपा का होना चाहिए। ताकि विधानसभा में कोई ऐसी गतिविधि को अनुमति मिले जो भारत की अखंडता को नुकसान पहुंचा सकती हो। जम्मू कश्मीर विधानसभा की नौ सीटों को गुज्जर, बक्करवाल आदि अनुसूचित जनजातियों एवं अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित किया गया है, भाजपा नेतृत्व इन वर्गों के लोगों के बीच अपनी स्वीकार्यता बढ़ाने और इसके लिए विपक्ष द्वारा चलाये गये दुष्प्रचार अभियान को रोकने का प्रयास कर रहा है।
भाजपा का कहना है कि बीते पांच वर्षों में केन्द्र की मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर में विकास कार्यों को जो गति प्रदान की है और इसका असर आम लोगों के जीवन पर जिस प्रकार पड़ा है, उससे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की लोकप्रियता बढ़ी है। उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री की छवि को चमकाने के लिए जी जान से विकास कार्यों को गति प्रदान की और परिणामों को ज़मीन पर उतारा। कश्मीर घाटी में चहुंओर उप राज्यपाल की प्रशंसा हाे रही है। हालांकि जम्मू क्षेत्र में तस्वीर कुछ अलग है।
गुज्जर बक्करवाल आदि आदिवासी समाजों में मोदी सरकार की छवि अच्छी होने के बावजूद भाजपा के प्रदेश संगठन के नेताओं का कोई खास आकर्षण नहीं बन पाया है। स्थानीय जानकारों का कहना है कि प्रदेश संगठन में बदलाव भी विधानसभा चुनावों के पहले करना जरूरी है और संगठन की दृष्टि से प्रशिक्षित एवं साफ सुथरी छवि वाले चेहरे को पार्टी को कमान दी जानी चाहिए। पार्टी में बूथ स्तर के संगठन की फिर से समीक्षा करनी भी जरूरी होगी।
 ,  
कड़वा सत्य

Tags: BJPFamily-orientedgoalJammu KashmirNew Delhipartiesstoppingजम्मू-कश्मीरदलोंनयी दिल्लीपरिवारवादीभाजपारोकनालक्ष्य
Previous Post

ट्रिनबैगो नाइट राइडर्स की मेंटॉर होंगी झूलन गोस्वामी

Next Post

जिम्बाब्वे ने भारत को दिया 153 रनों का लक्ष्य

Related Posts

अंबेडकर की प्रतिमा के साथ हुई बर्बरता की जांच के लिए गठित पैनल ने की एनआईए से पड़ताल की सिफारिश
देश

अंबेडकर की प्रतिमा के साथ हुई बर्बरता की जांच के लिए गठित पैनल ने की एनआईए से पड़ताल की सिफारिश

February 6, 2025
एक्जिट पोल के नतीजों को लेकर भाजपा खेमे में खुशी की लहर
देश

एक्जिट पोल के नतीजों को लेकर भाजपा खेमे में खुशी की लहर

February 6, 2025
एक्जिट पोल के नतीजों को लेकर भाजपा खेमे में खुशी का लहर
देश

एक्जिट पोल के नतीजों को लेकर भाजपा खेमे में खुशी का लहर

February 6, 2025
दिल्ली में भाजपा सरकार बनाती दिख रही : एग्जिट पोल
देश

दिल्ली में भाजपा सरकार बनाती दिख रही : एग्जिट पोल

February 6, 2025
दिल्ली में 13:00 बजे तक 33.31 प्रतिशत मतदान
देश

दिल्ली में 13:00 बजे तक 33.31 प्रतिशत मतदान

February 5, 2025
सचदेवा, वर्मा सहित भाजपा के कई नेताओं ने किया मतदान, लोगों से की लोकतंत्र के पर्व में हिस्सा लेने की अपील
देश

सचदेवा, वर्मा सहित भाजपा के कई नेताओं ने किया मतदान, लोगों से की लोकतंत्र के पर्व में हिस्सा लेने की अपील

February 5, 2025
Next Post
जिम्बाब्वे ने भारत को दिया 153 रनों का लक्ष्य

जिम्बाब्वे ने भारत को दिया 153 रनों का लक्ष्य

New Delhi, India
Friday, May 23, 2025
Clear
34 ° c
38%
17.6mh
44 c 30 c
Sat
42 c 28 c
Sun

ताजा खबर

Bihar Mashaal Khel Yojana: 50 लाख बच्चों की दौड़ शुरू! बिहार में ‘मशाल’ बनी विश्व की सबसे बड़ी खेल प्रतिभा खोज प्रतियोगिता

Bihar Mashaal Khel Yojana: 50 लाख बच्चों की दौड़ शुरू! बिहार में ‘मशाल’ बनी विश्व की सबसे बड़ी खेल प्रतिभा खोज प्रतियोगिता

May 22, 2025
Vijay Kumar Sinha Agriculture Minister: खरीफ-रबी नहीं, अब शारदीय-वसंतीय कहें! बिहार के कृषि मंत्री ने केंद्र से की अनूठी मांग

Vijay Kumar Sinha Agriculture Minister: खरीफ-रबी नहीं, अब शारदीय-वसंतीय कहें! बिहार के कृषि मंत्री ने केंद्र से की अनूठी मांग

May 22, 2025
सत्यपाल मलिक पर शिकंजा: भ्रष्टाचार की जाँच है या असहमति की सज़ा?

सत्यपाल मलिक पर शिकंजा: भ्रष्टाचार की जाँच है या असहमति की सज़ा?

May 22, 2025
Bihar Mashaal Khel Yojana: 50 लाख बच्चों की दौड़ शुरू! बिहार में ‘मशाल’ बनी विश्व की सबसे बड़ी खेल प्रतिभा खोज प्रतियोगिता

Bihar Divyang Yojana: बिहार में 6 लाख से ज्यादा दिव्यांगों को मिला यूडीआईडी कार्ड, शेष के लिए तेजी से हो रहा काम!

May 22, 2025
Corruption Prevention Bihar 2025: बिहार में बढ़ेगा भ्रष्टाचार पर शिकंजा! निगरानी विभाग ने दिए औचक निरीक्षण तेज करने के निर्देश

Corruption Prevention Bihar 2025: बिहार में बढ़ेगा भ्रष्टाचार पर शिकंजा! निगरानी विभाग ने दिए औचक निरीक्षण तेज करने के निर्देश

May 22, 2025

Categories

  • अपराध
  • अभी-अभी
  • करियर – शिक्षा
  • खेल
  • गीत संगीत
  • जीवन मंत्र
  • टेक्नोलॉजी
  • देश
  • बॉलीवुड
  • भोजपुरी
  • मनोरंजन
  • राजनीति
  • रोजगार
  • विदेश
  • व्यापार
  • व्रत त्योहार
  • शिक्षा
  • संपादकीय
  • स्वास्थ्य
  • Newsletter
  • About us
  • Contact us

@ 2025 All Rights Reserved

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी

@ 2025 All Rights Reserved