नयी दिल्ली10 जनवरी (कड़वा सत्य) उद्योग संगठन पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) ने आज कहा कि चालू वित्त वर्ष में आर्थिक विकास दर 7.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है और वर्ष 2024 में महंगाई के काबू में रहने पर रिजर्व बैंक नीतिगत दरों में एक प्रतिशत तक की कटौती कर सकता है। संगठन के पीएचडी रिसर्च ब्यूरो द्वारा न्यू ईयर इकोनॉमिक्स पीएचडीसीसीआई इकोनॉमिक आउटलुक 2024 में ये बाते कही गयी है। पीएचडीसीसीआई के मुख्य अर्थशास्त्री एवं उप महासचिव डॉ एस पी शर्मा ने आज यहां इस रिपोर्ट को जारी करते हुये कहा कि अगले वित्त वर्ष में विकास दर 7.5 प्रतिशत तक रह सकती है। उन्होंने कहा कि भारत 2024 और 2025 में शीर्ष 10 अग्रणी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे सुदृढ़ अर्थव्यवस्था होगी।
डॉ शर्मा ने कहा कि उनके संगठन का यह विश्लेषण सकल घरेलू वृद्धि, निर्यात, सकल राष्ट्रीय आय, निवेश और जीडीपी की तुलना में ऋण सहित प्रमुख व्यापक आर्थिक संकेतकों पर आधारित है। विकसित भारत की गतिशील पहल के साथ वर्ष 2047 तक विकसित अर्थव्यवस्था का दर्जा प्राप्त करने के लिए तैयार है। पिछले दो वर्षाें में लगातार सकल आर्थिक विकास के सात प्रतिशत से अधिक होने और मौजूदा वर्ष में भी इस प्रवृत्ति के जारी रहने का अनुमान है।