गांधीनगर 28 अगस्त (कड़वा सत्य) गुजरात का खेल बजट वर्ष 2002 से पूर्व केवल 2.5 करोड़ रुपए था, जो आज 141 गुना बढ़ कर 352 करोड़ रुपए से अधिक हो गया है।
सरकारी सूत्रों ने बुधवार को बताया कि गुजरात के खिलाड़ियों ने खेल-कूद क्षेत्र में आज राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम रोशन किया है। एक समय था जब गुजरात की छवि दाल-चावल खाने वालों के रूप में थी और खेल जगत में गुजरात का नाम-ओ-निशान तक नहीं था, परंतु पिछले दो दशकों में गुजरात के युवा खेल- कूद क्षेत्र में आगे आए हैं और उनकी क्षमता में वृद्धि हुई है। इसका श्रेय गुजरात सरकार के अथक प्रयासों को जाता है।