Ambedkar Jayanti 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (14 अप्रैल) को संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर को उनकी 125वीं जयंती पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि बाबासाहेब की प्रेरणा के कारण ही देश आज सामाजिक न्याय के सपने को साकार करने के लिए समर्पित है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा कि आंबेडकर के सिद्धांत और विचार आत्मनिर्भर एवं विकसित भारत के निर्माण को मजबूत और तेज करेंगे।
प्रधानमंत्री ने X पोस्ट में कहा, “सभी देशवासियों की ओर से भारत रत्न पूज्य बाबासाहेब को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन। यह उन्हीं की प्रेरणा है कि देश आज सामाजिक न्याय के सपने को साकार करने में समर्पित भाव से जुटा हुआ है। उनके सिद्धांत एवं आदर्श आत्मनिर्भर और विकसित भारत के निर्माण को मजबूती और गति देने वाले हैं।”
आंबेडकर को अनुसूचित जातियों के सशक्तीकरण के लिए उनके आजीवन संघर्ष और संविधान का मसौदा तैयार करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाना जाता है। एक दलित परिवार में 1891 में जन्मे अंबेडकर एक प्रतिभाशाली छात्र थे, जो विदेश में अध्ययन करने गए थे। भारतीय समाज में उनके द्वारा झेले गए भेदभाव ने उन्हें एक प्रतिबद्ध समाज सुधारक बना दिया। वह भारत के पहले कानून मंत्री थे और 1956 में उनका निधन हो गया।
भारतीय संविधान के निर्माता और सामाजिक न्याय के अगुवा डॉ. बी.आर. आंबेडकर की 135वीं जयंती सोमवार को संसद भवन स्थित प्रेरणा स्थल पर मनाई गई। पीएम मोदी के अलावा केंद्रीय मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य नेताओं ने अंबेडकर जयंती के अवसर पर संसद परिसर में प्रेरणा स्थल पर डॉ. बीआर आंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी आंबेडकर जयंती के अवसर पर संसद परिसर में प्रेरणा स्थल पर डॉ. बीआर आंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। एक बयान में कहा गया है कि ‘डॉ. अंबेडकर फाउंडेशन’ इस स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों को सुविधा प्रदान करेगा। संस्था ने 26, अलीपुर रोड स्थित डॉ. आंबेडकर राष्ट्रीय स्मारक (डीएएनएम) तक जाने के लिए विशेष बस सेवाओं की व्यवस्था की है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक पोस्ट में लिखा, “शिक्षा, समानता और न्याय के बल पर सामाजिक क्रांति की नींव रखने वाले बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर जी आजीवन वंचितों के अधिकारों के लिए कटिबद्ध रहे। समता, स्वतंत्रता और बंधुत्व पर आधारित संविधान की रचना कर उन्होंने भारत की महान लोकतांत्रिक विरासत को सुदृढ़ आधार प्रदान किया। न्यायपूर्ण और समतामूलक समाज निर्माण की दिशा में बाबासाहेब के विचार आज भी हम सभी को प्रेरणा प्रदान करते हैं। महान संविधान शिल्पी और करोड़ों देशवासियों के आत्मगौरव के प्रतीक बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर जी को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन करता हूं।”
			


							




