श्री चौधरी ने कहा कि पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में भारत छोड़ देने को कहा गया है और यह समय सीमा कल 27 अप्रैल को समाप्त हो रही है।
उन्होंने कहा कि बिहार में जो पाकिसानी नागरिक रह रहे हैं , उनकी पहचान कर ली गई है और जरूरत पड़ी तो उन्हें डिपोर्ट भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वीजा रद्द होने के बाद किसी पाकिस्तानी के यहाँ रहने का कोई सवाल ही नहीं है। जो नहीं जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
श्री चौधरी ने कहा कि पहलगाम की आतंकी हिंसा भारत पर हमला है। दु:ख और आक्रोश के इस समय में पूरा देश एकजुट है। इस पर किसी को राजनीति नहीं करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि जब बिहार की धरती से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के आकाओं को मिट्टी में मिला देने का कड़ा संकल्प ले लिया है, तो उसे पूरा करने में बिहार हर कदम पर साथ खड़ा रहेगा।
श्री चौधरी ने कहा कि यदि पाकिस्तान ने पहलगाम नरसंहार में अपनी नापाक संलिप्तता स्वीकार करने के बजाय भारत से टकराव का रुख अपनाया और पिछले युद्ध के बाद हुआ शिमला समझौता रद्द कर दिया है, तो यह अच्छा ही है। अब भारत उनकी सीमा में घुसकर बदला लेगा।