Tiranga Yatra 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार रात राष्ट्र को संबोधित करते हुए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को भारत की नई सुरक्षा नीति का प्रतीक बताया। यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत के ‘नए युग’ की शुरुआत है। पीएम मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “अब आतंक और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते।”
उनके इस संबोधन के बाद, बीजेपी ने 13 मई से 23 मई तक देशव्यापी ‘तिरंगा यात्रा’ की घोषणा कर दी है। यह यात्रा न सिर्फ ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जश्न होगी, बल्कि मोदी सरकार के “मजबूत और सुरक्षित भारत” के विजन को जनता तक पहुंचाने का एक राष्ट्रीय अभियान भी।
BJP की रणनीति: देशभक्ति में विजय नहीं, सिपाहियों का सम्मान
रविवार रात पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर एक अहम बैठक हुई जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह समेत शीर्ष नेता शामिल हुए। सूत्रों के अनुसार, बैठक में तय किया गया कि पार्टी “विजयाभिमान” से दूर रहकर केवल सेना की वीरता और सरकार की प्रतिबद्धता को जनता के सामने रखेगी।
✈️ ऑपरेशन सिंदूर: दुश्मन के दिल में दहशत
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि इस ऑपरेशन में:
9 आतंकी ठिकाने नष्ट हुए
11 एयरबेस को निष्क्रिय किया गया
100+ आतंकवादी और 50 पाक सैनिक मारे गए
साथ ही, सिंधु जल संधि को निलंबित करने जैसे ‘गैर-सैन्य’ निर्णयों ने पाकिस्तान की कृषि और अर्थव्यवस्था पर गंभीर असर डाला है।
सेना की खुली ब्रीफिंग, ड्रोन हमलों के बाद स्पष्टता
सेना, वायुसेना और नौसेना के संचालन महानिदेशकों ने संयुक्त प्रेस वार्ता में स्पष्ट किया कि संचार में कोई देरी नहीं हुई, बल्कि लगातार हो रहे ड्रोन हमलों के कारण ब्रीफिंग में सावधानी बरती गई।
‘तिरंगा यात्रा’: राष्ट्रवाद की लहर
13 से 23 मई तक चलने वाली यह यात्रा देश भर में प्रमुख स्थानों पर तिरंगा लेकर रैलियों के रूप में आयोजित की जाएगी। सामाजिक, सांस्कृतिक और बौद्धिक जगत की प्रतिष्ठित हस्तियां भी इसमें भाग लेंगी। यह यात्रा प्रधानमंत्री मोदी की राष्ट्रवादी नीति और सेना के पराक्रम का सार्वजनिक प्रदर्शन होगी।
पाकिस्तान को सीधी चेतावनी: ‘अभी तो शुरुआत है’
प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान को दो टूक कहा, “ऑपरेशन सिंदूर अभी समाप्त नहीं, केवल स्थगित है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत अब आतंकवाद को प्रायोजित करने वाली किसी सरकार को अलग नजर से नहीं देखेगा।
बाहवलपुर और मुरीदके को “आतंकवाद की यूनिवर्सिटी” बताते हुए उन्होंने कहा कि इन ठिकानों का समूल नाश भारत की रणनीतिक जीत है।
प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन और BJP की तिरंगा यात्रा न केवल भारत की सुरक्षा नीति की पुनर्परिभाषा है, बल्कि राजनीतिक दृष्टिकोण से 2025 के लिए बीजेपी के मजबूत जनसंपर्क अभियान की नींव भी रखती है।