Operation Sindoor: भारत की ओर से हाल में अंजाम दिए गए सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तीन दिन तक चले सीमित युद्ध ने दक्षिण एशिया में सैन्य संतुलन को हिला कर रख दिया. इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने जबरदस्त रणनीतिक कौशल और तकनीकी श्रेष्ठता का प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान के कई महत्वपूर्ण एयरबेस को निशाना बनाया. भारत की इस निर्णायक कार्रवाई के परिणामस्वरूप पाकिस्तान को भारी सैन्य क्षति उठानी पड़ी और अंततः उसे युद्धविराम का प्रस्ताव भारत के समक्ष रखना पड़ा.
इस पूरे संघर्ष के दौरान भारत की सैन्य क्षमता को न केवल क्षेत्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना मिली. अमेरिका के प्रतिष्ठित समाचार पत्र न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक विशेष रिपोर्ट में भारत की कार्रवाई को अत्यंत प्रभावी और सटीक करार दिया. रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने पाकिस्तान के प्रमुख वायुसेना अड्डों को अत्याधुनिक हथियारों और मिसाइलों के माध्यम से बड़ी कुशलता से निशाना बनाया. रिपोर्ट में मैक्सार टेक्नोलॉजी की ओर से जारी की गई उपग्रह तस्वीरों का हवाला दिया गया है, जिनमें एयरबेस की बमबारी से पहले और बाद की स्थिति स्पष्ट रूप से दर्शाई गई है.
भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन की शुरुआत कराची के निकट स्थित भोलारी एयरबेस पर हमले से की, जो पाकिस्तान की वायुसेना के लिए एक महत्वपूर्ण बेस माना जाता है. इसके बाद भारत ने सबसे साहसिक कदम उठाते हुए इस्लामाबाद के समीप नूरखान एयरबेस को निशाना बनाया, जो रणनीतिक रूप से बेहद संवेदनशील इलाका है. यह एयरबेस पाकिस्तान की राजधानी के समीप स्थित है, जहां सेना का मुख्यालय और परमाणु हथियारों की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाने वाली यूनिट तैनात होती है.
इसके अलावा रहीम यार खान, सरगोधा, और अन्य आठ एयरबेसों पर भी भारतीय हमले हुए, जिनसे पाकिस्तान की वायु शक्ति को भारी झटका लगा. कुल मिलाकर, भारतीय वायुसेना ने 11 एयरबेस पर सफल हमले कर पाकिस्तान की सैन्य संरचना को गंभीर रूप से प्रभावित किया.
क्या है कहती है न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि दोनों देशों ने आधुनिक युद्ध तकनीकों और सटीक हथियारों का उपयोग किया, लेकिन रणनीतिक दृष्टिकोण से भारत की योजना और निष्पादन कहीं अधिक प्रभावी सिद्ध हुए. रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया कि पाकिस्तान के मुकाबले भारत ने सैन्य संघर्ष में तकनीकी और रणनीतिक रूप से बेहतर प्रदर्शन किया.
इस सफल ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान ने युद्धविराम का प्रस्ताव रखा, जिसे भारत ने स्वीकार कर दिया. यह ऑपरेशन न केवल भारत की सैन्य तैयारी का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत अब किसी भी आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है.