शीशा टूटना: शुभ या अशुभ? घर में कांच का टूटना—कभी सुना है कि यह आपकी जिंदगी बदल सकता है? वास्तु शास्त्र में हर छोटी-बड़ी चीज का गहरा मतलब होता है, और शीशा टूटना तो मानो ब्रह्मांड का संदेश! बचपन से हम सुनते आए हैं—बिल्ली का रास्ता काटना, कौए का कांव-कांव, या कुत्ते का रोना, ये सब शुभ-अशुभ की निशानियां हैं। लेकिन जब बात कांच टूटने की आती है, तो वास्तु शास्त्र कुछ ऐसा राज खोलता है कि आप दंग रह जाएंगे! आखिर शीशा टूटना शुभ है या अशुभ? और टूटने के बाद तुरंत क्या करना चाहिए? चलिए, इस रहस्य की परतें उधेड़ते हैं!
शीशा टूटना: शुभ या अशुभ?
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, शीशा या कांच का टूटना ज्यादातर शुभ माना जाता है! चौंक गए ना? दरअसल, वास्तु में कहा जाता है कि जब आपके जीवन पर कोई बड़ी विपत्ति मंडरा रही होती है, तो कांच उसे अपने ऊपर ले लेता है और टूट जाता है। मानो कांच ने आपकी बलि चढ़कर उस मुसीबत को टाल दिया! लेकिन कुछ लोग इसे अपशकुन भी मानते हैं। तो सच क्या है?
वास्तु विशेषज्ञों का कहना है कि कांच टूटना इस बात का संकेत है कि आपके जीवन से नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल रही है। यह एक तरह का ‘क्लींजिंग’ है, जो आपके घर और जीवन में सकारात्मक बदलाव का रास्ता खोलता है। X पर एक यूजर ने लिखा, “मेरे घर का शीशा टूटा, और अगले दिन मुझे नौकरी का ऑफर मिला!” क्या यह महज संयोग है, या वास्तु का कमाल?
खिड़की-दरवाजे का शीशा टूटा? तो सुनें खुशखबरी!
वास्तु शास्त्र में खिड़की या दरवाजे का शीशा टूटना या उसमें दरार आना बड़ा शुभ माना जाता है। यह संकेत है कि जल्द ही आपके पास धन, समृद्धि, या कोई शुभ समाचार दस्तक देने वाला है। उदाहरण के लिए, अगर आपके घर की खिड़की का कांच टूट जाए, तो हो सकता है कि कोई बड़ा प्रोजेक्ट, नौकरी, या पैसा आपके रास्ते में आ रहा हो। वास्तु गुरु डॉ. रवि शर्मा ने बताया, “खिड़की का शीशा टूटना नकारात्मक ऊर्जा को बाहर निकालता है और सौभाग्य का द्वार खोलता है।”
टूटा कांच? तुरंत करें ये काम!
वास्तु शास्त्र साफ कहता है—टूटा हुआ कांच घर में रखना नकारात्मक ऊर्जा को न्योता देना है। जैसे ही शीशा टूटे, उसके टुकड़ों को तुरंत घर से बाहर फेंक दें। वास्तु के अनुसार, टूटा कांच आपकी विपत्तियों को ‘खत्म’ करता है, और उसे घर से हटाना इस प्रक्रिया को पूरा करता है। टिप: टुकड़ों को लाल कपड़े में लपेटकर बहते पानी में प्रवाहित करें, इससे सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
क्यों खास है वास्तु में कांच?
वास्तु शास्त्र में शीशा ऊर्जा का प्रतीक है। यह न सिर्फ आपके घर की सजावट को निखारता है, बल्कि सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा को भी प्रभावित करता है। वास्तु के मुताबिक, शीशे को सही दिशा में लगाना सौभाग्य लाता है, लेकिन टूटा या गंदा शीशा दुर्भाग्य को बुलाता है।
- क्या करें, क्या न करें?
करें: टूटा कांच तुरंत हटाएं। नया शीशा लगाते समय वास्तु विशेषज्ञ से सलाह लें। - न करें: टूटे कांच को घर में स्टोर न करें, खासकर बेडरूम या पूजा घर में।
- बोनस टिप: अगर बार-बार कांच टूट रहा है, तो घर की उत्तर-पूर्व दिशा की सफाई करें और वहां गंगाजल छिड़कें।
शीशा टूटना सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि वास्तु शास्त्र के हिसाब से एक संदेश है। यह आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव का इशारा हो सकता है, बशर्ते आप सही कदम उठाएं। अगली बार जब आपके घर में कांच टूटे, तो घबराएं नहीं—वास्तु के इन टिप्स को अपनाएं और सौभाग्य को गले लगाएं!