Aadhaar-UAN Link: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपने लाखों सदस्यों को बड़ी राहत देते हुए आधार को यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) से लिंक करने और व्यक्तिगत विवरणों में सुधार की प्रक्रिया को बेहद आसान बना दिया है। इस बदलाव का मकसद पीएफ सेवाओं तक तेज़ और आसान पहुंच दिलाना, दस्तावेज़ी झंझटों को कम करना और लाभार्थियों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करना है। अब तक कई सदस्य आधार लिंकिंग और जानकारी में सुधार की प्रक्रिया को लेकर महीनों तक परेशान रहते थे, लेकिन नए नियमों से यह समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी।
आधार और UAN की डिटेल्स मेल खाने पर तुरंत लिंकिंग
EPFO के नए नियमों के अनुसार, अगर किसी सदस्य के आधार और UAN में दर्ज नाम, जेंडर और जन्मतिथि की जानकारी बिल्कुल मेल खाती है, तो उन्हें कोई अतिरिक्त मंजूरी लेने की जरूरत नहीं होगी। सदस्य सीधे अपने नियोक्ता से संपर्क करके यह प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। नियोक्ता EPFO पोर्टल पर मौजूद केवाईसी (KYC) फंक्शन का इस्तेमाल करके आधार को UAN से लिंक कर सकते हैं। इस बदलाव से पहले EPFO की अलग से स्वीकृति जरूरी होती थी, जिससे प्रक्रिया में देरी होती थी। अब यह बाधा पूरी तरह खत्म हो गई है और सदस्य तुरंत अपनी पीएफ सेवाओं का लाभ उठा पाएंगे।
जानकारी में गड़बड़ी होने पर भी नहीं होगी मुश्किल
कई बार ऐसा होता है कि आधार और UAN की जानकारी मेल नहीं खाती या किसी सदस्य का गलत आधार लिंक हो जाता है। पहले ऐसी स्थिति में प्रक्रिया बेहद जटिल थी, लेकिन अब EPFO ने इसे भी आसान कर दिया है। अब नियोक्ता ऑनलाइन जॉइंट डिक्लेरेशन (JD) के माध्यम से सदस्य की नाम, जेंडर या जन्मतिथि जैसी गलतियों को सुधार सकेंगे। अगर किसी कारणवश नियोक्ता उपलब्ध न हो या कंपनी बंद हो चुकी हो, तो सदस्य वेरिफाइड फॉर्म सीधे EPFO के PRO काउंटर पर जमा कर सकते हैं। हालांकि यह साफ कर दिया गया है कि पहले से वेरिफाई हो चुके आधार विवरण में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया जा सकेगा।
नाबालिग बच्चों को बिना झंझट मिलेगा लाभ
EPFO ने मृत सदस्य के नाबालिग बच्चों के लिए भी एक बड़ा कदम उठाया है। अब उनके लिए गार्जियनशिप सर्टिफिकेट की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। पहले नाबालिग बच्चों को लाभ दिलाने के लिए परिवार को अतिरिक्त दस्तावेज़ों की जरूरत पड़ती थी, जिससे क्लेम सेटलमेंट में लंबा समय लग जाता था। नए नियमों के तहत अब भुगतान सीधे बच्चों के बैंक खाते में जमा होगा। इसके अलावा PRO अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे नाबालिग बच्चों के खाते खुलवाने में सहयोग करें ताकि प्रक्रिया और भी सरल हो सके।
आधार-UAN लिंक करने का आसान ऑनलाइन तरीका
EPFO ने आधार को UAN से लिंक करने की प्रक्रिया को इतना आसान बना दिया है कि कोई भी सदस्य अपने मोबाइल फोन के जरिए इसे घर बैठे पूरा कर सकता है। इसके लिए UMANG मोबाइल ऐप सबसे भरोसेमंद साधन है। सदस्य को बस ऐप खोलकर MPIN या OTP के जरिए लॉग इन करना होगा। इसके बाद “सर्विसेज़” टैब में EPFO का विकल्प चुनना होगा। EPFO सेक्शन में जाकर “ई-केवाईसी सर्विसेज़” पर क्लिक करना है और फिर “आधार सीडिंग” का चयन करना है। इसके बाद सदस्य को अपना UAN नंबर दर्ज करना होगा और रजिस्टर्ड मोबाइल पर आए OTP को डालना होगा। फिर आधार डिटेल्स भरकर आधार-लिंक मोबाइल नंबर और ईमेल पर आए OTP को वेरिफाई करना होगा। जैसे ही यह वेरिफिकेशन पूरा हो जाएगा, आधार तुरंत UAN से लिंक हो जाएगा।
क्यों जरूरी है आधार-UAN लिंकिंग?
आधार और UAN को लिंक करना कई मायनों में जरूरी है। इससे न केवल पीएफ खाते में पारदर्शिता बढ़ती है बल्कि धोखाधड़ी की संभावना भी कम हो जाती है। क्लेम सेटलमेंट और PF ट्रांसफर की प्रक्रिया काफी आसान हो जाती है और नाबालिग लाभार्थियों को बिना झंझट उनका हक मिल जाता है। यही नहीं, इससे यह भी सुनिश्चित होता है कि कर्मचारी को समय पर उसकी सेविंग्स और ब्याज की रकम मिल सके।