नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में इस साल मॉनसून ने अपने तेवर दिखा दिए हैं। सोमवार दोपहर को आईएमडी (भारतीय मौसम विभाग) का अलर्ट सच साबित हुआ और राजधानी में झमाझम बारिश देखने को मिली। लगातार हो रही बरसात ने न केवल तापमान में गिरावट ला दी है बल्कि आम जनजीवन को भी बुरी तरह प्रभावित किया है।
राजधानी दिल्ली ही नहीं, बल्कि पड़ोसी राज्य पंजाब और हरियाणा भी बारिश से बेहाल हैं। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं क्योंकि सितंबर में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
दिल्ली और आसपास येलो अलर्ट
सोमवार को राजधानी के कई इलाकों में तेज बारिश के बाद मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। दिल्ली का न्यूनतम तापमान 23.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो औसत से करीब 3 डिग्री कम है। वहीं, अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक रहने का अनुमान लगाया गया है।
मौसम विभाग ने साफ कहा है कि अगले पांच दिनों तक दिल्ली और आसपास के इलाकों में बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी। वहीं, शाम और रात के समय कुछ जगहों पर भारी बारिश भी हो सकती है।
15 साल बाद अगस्त में रिकॉर्ड बारिश
आईएमडी के ताज़ा आंकड़ों ने चौंका दिया है। अगस्त 2025 में दिल्ली में 399.8 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो पिछले 15 सालों में सबसे अधिक है। आखिरी बार इतनी बारिश 2010 में 455.8 मिमी दर्ज की गई थी।
पिछले साल (2024) अगस्त में 390.3 मिमी बारिश हुई थी, जबकि 2023 में सिर्फ 91.8 मिमी और 2022 में तो मात्र 41.6 मिमी दर्ज हुई थी। तुलना करें तो यह आंकड़े साफ दिखाते हैं कि इस साल मॉनसून ने दिल्ली में नया रिकॉर्ड बना दिया है।
सितंबर में और सताएगी बरसात
आईएमडी ने चेतावनी दी है कि सितंबर का महीना और ज्यादा मुश्किल साबित हो सकता है। मौसम विभाग का अनुमान है कि इस महीने औसत से 9% ज्यादा बारिश होगी। इससे उत्तराखंड में भूस्खलन और अचानक बाढ़ का खतरा, वहीं दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान के कई हिस्सों में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है।
देश के दूसरे हिस्सों में भी असर
- मॉनसून केवल दिल्ली ही नहीं, बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी पूरे जोर पर है।
- हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिमी यूपी में 1 सितंबर को बहुत भारी बारिश की आशंका है।
- गुजरात, महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा में 3 से 6 सितंबर तक मूसलाधार बारिश की संभावना जताई गई है।
- वहीं 4 और 5 सितंबर को गुजरात में “अत्यधिक भारी बारिश” का अलर्ट जारी किया गया है।
बारिश से राहत या मुसीबत?
हालांकि बरसात ने दिल्ली-एनसीआर में उमस और गर्मी से राहत दी है, लेकिन दूसरी तरफ जलभराव, ट्रैफिक जाम और बिजली कटौती जैसी समस्याओं ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर सितंबर में भी रिकॉर्ड बारिश हुई, तो दिल्ली और आसपास के इलाकों को गंभीर जलभराव और स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।