देहरादून के सहस्रधारा क्षेत्र में सोमवार (15 सितंबर) देर रात बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है. मुख्य बाजार में मलबा आ जाने से दो से तीन बड़े होटल और कई दुकानें टूट गईं. कार्डीगाड़ के ग्राम प्रधान राकेश जवाड़ी ने बताया कि घटना रात करीब साढ़े 11 बजे हुई. मलबा आने से करीब 100 लोग फंस गए थे, जिन्हें गांव वालों ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया. दो से तीन लोगों के लापता होने की खबर मिली है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है. तलाश जारी है.
जिला प्रशासन ने रेस्क्यू और राहत कार्य शुरू कर दिया है. एसडीआरएफ और फायर की टीम को रवाना कर दिया गया, लेकिन रास्तों पर मलबा ज्यादा होने से मौके तक पहुंचने में दिक्कत हो रही है. लोक निर्माण विभाग की जेसीबी से रास्ता साफ करने का काम चल रहा है.
आईटी पार्क के पास बढ़ा नदी का जलस्तर
आईटी पार्क के पास भी मलबा आने से सॉन्ग नदी का जलस्तर बढ़ गया है. पुलिस ने आसपास रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित जगह जाने की सलाह दी है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच चुकी है. अभी तक किसी तरह की जनहानि की पुष्टि नहीं हुई है.
मसूरी में मलबा आने से मजदूर की मौत
मसूरी के झड़ीपानी में भी भारी बारिश के चलते मलबा मजदूरों के आवास पर गिर गया. एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया. पुलिस ने घायल मजदूर को अस्पताल भेजा और बाकी लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया.
स्कूल-कॉलेज बंद
आपको बता दें कि खराब मौसम और बारिश के चलते स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. प्रशासन ने लोगों से नदी किनारे और मलबे वाले इलाकों में न जाने की अपील की है. मौसम का असर अभी भी बना हुआ है और राहत टीमें लगातार काम कर रही हैं.