Delhi News | वजीराबाद से लेकर उत्तरी दिल्ली तक मुख्यमंत्री का ग्राउंड रिव्यू; छठ घाटों के निर्माण, स्वच्छता, रोशनी और यातायात व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा; सरकार का लक्ष्य—श्रद्धा और सुशासन दोनों का संगम बने छठ
राजधानी में छठ की तैयारियाँ
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को छठ पर्व से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा के लिए राजधानी के दो प्रमुख घाट क्षेत्रों—वजीराबाद स्थित सूर घाट और उत्तरी दिल्ली में प्रेमबाड़ी पुल से एयू ब्लॉक तक फैले मुनक नहर किनारे का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों को दिशा-निर्देश जारी किए और घाट निर्माण, प्रकाश व्यवस्था, स्वच्छता और सुरक्षा इंतज़ामों की प्रगति की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार का लक्ष्य है कि छठ पर्व न केवल धार्मिक आस्था का उत्सव बने, बल्कि स्वच्छता और व्यवस्था का भी प्रतीक बने। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार इस पर्व को भव्यता और श्रद्धा के साथ मनाने के लिए पूरी तरह तैयार है। हर श्रद्धालु को सम्मान, सुविधा और सुरक्षा मिलना सरकार की प्राथमिकता है।
सूर घाट पर ग्राउंड निरीक्षण
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सबसे पहले सूर घाट का दौरा किया। इस मौके पर उनके साथ दिल्ली के विकास मंत्री कपिल मिश्रा, विधायक अभय वर्मा और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी कार्य समयबद्ध और व्यवस्थित तरीके से पूरे किए जाएं ताकि छठ पर्व के दौरान किसी भी श्रद्धालु को असुविधा का सामना न करना पड़े।
मुख्यमंत्री ने घाटों की स्वच्छता, रोशनी, सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने पर जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि चूंकि इस घाट पर लाखों श्रद्धालु आते हैं, इसलिए यातायात नियंत्रण और पार्किंग व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए।
मुनक नहर पर निर्माण कार्य की समीक्षा
सूर घाट के बाद मुख्यमंत्री का काफिला मुनक नहर कॉरिडोर पहुंचा, जहां बड़े स्तर पर अस्थायी घाटों का निर्माण चल रहा है। मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्य की गति, डिसिल्टिंग और सफाई अभियान की समीक्षा की और निर्देश दिया कि कोई भी व्रतधारी असुविधा का सामना न करे।
उनके साथ स्थानीय पार्षद डॉ. अमित नागपाल, समाजसेवी और अधिकारी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं से भी संवाद किया और उनकी राय जानी। उन्होंने कहा कि मुनक नहर से हर वर्ष लाखों श्रद्धालु जुड़ते हैं, इसलिए इस बार सरकार ने पहले से सफाई और निर्माण कार्य शुरू कर दिए हैं। अब तक ट्रकों के माध्यम से सिल्ट हटाने का कार्य पूरा हो चुका है और अंतिम चरण के काम तेजी से जारी हैं।
दिल्ली सरकार का संकल्प
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार चाहती है कि छठ पर्व केवल एक धार्मिक आयोजन न होकर सुशासन, स्वच्छता और संस्कृति का प्रतीक बने। सरकार ने इस वर्ष न केवल घाटों के सौंदर्यीकरण पर ध्यान दिया है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण को भी अभियान का हिस्सा बनाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ पर्व हमें प्रकृति के प्रति समर्पण का संदेश देता है, और यही भावना दिल्ली सरकार की नीतियों का केंद्र है। उन्होंने यह भी बताया कि छठ पर्व के दौरान सभी विभाग मिलकर काम कर रहे हैं—पीडब्ल्यूडी, जल विभाग, दिल्ली पुलिस, नगर निगम, और स्वास्थ्य विभाग समन्वय में हैं ताकि श्रद्धालुओं को हर सुविधा समय पर मिल सके।
- तैयारी की झलक
लगभग 1,000 अस्थायी घाट इस बार दिल्ली में बनाए जा रहे हैं। - स्वच्छता और डिसिल्टिंग अभियान पहले से शुरू, रोजाना निगरानी।
- सुरक्षा व्यवस्था के तहत पुलिस और स्वयंसेवी संगठनों की तैनाती।
- प्रकाश व्यवस्था में हाई-मास्ट लाइट और अस्थायी जनरेटर शामिल।
- भीड़ प्रबंधन के लिए यातायात डायवर्जन और पार्किंग जोन तय किए गए हैं।