Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है. कांग्रेस ने गुरुवार को हार की समीक्षा करने के लिए दिल्ली में बैठक की. बैठक में पार्टी के उम्मीदवारों ने हार के कारणों पर अपनी बात रखी. राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और केसी वेणुगोपाल के नेतृत्व में ये बैठक हुई.
इस वजह से पार्टी को हार का सामना करना पड़ा
बिहार चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरे कई उम्मीदवारों ने बताया कि एनडीए सरकार की महिलाओं को 10 हजार रुपये देने वाली स्कीम सबसे कारगर थी. इसके अलावा, विपक्षी गठबंधन के बीच सीट बंटवारे में हो रही देरी की वजह से भी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा. आंतरिक कलह और वोट चोरी जैसे मुद्दों से भी हार का सामना करना पड़ा.
आलाकमान ने बिहार के नेताओं के साथ किया विचार विमर्श
राहुल, खरगे और वेणुगोपाल ने 10-10 के ग्रुप में उम्मीदवारों से वन टू वन बातचीत की. इसके बाद उन्होंने बिहार में कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम, बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु, कांग्रसे सांसद अखिलेश प्रसाद और तारिक अनवर, पूर्णिया संसद पप्पू यादव सहित राज्य के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ हार के कारणों पर विचार किया.
चार घंटे की समीक्षा बैठक
बैठक के बाद वेणुगोपाल ने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि चार घंटे की समीक्षा मीटिंग के बाद एक बात एकदम साफ हो गया कि बिहार चुनाव कोई वास्तविक जनादेश नहीं है. ये मनगढ़त और प्रभावित करना वाला परिणाम है.
दो नेताओं में हो गई बहस-बाजी
समीक्षा बैठक के दौरान, दो नेताओं की आपस में लड़ाई होने की खबर भी सामने आई थी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस नेता संजीव यादव और जितेंद्र यादव के बीच बात गोली और पिस्तौल तक बढ़ गई. लेकिन वरिष्ठ नेताओं के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो गया. हालांकि, पप्पू यादव ने बाद में इस घटना का खंडन किया. उन्होंने कहा कि ये गलत है.








