• Newsletter
  • About us
  • Contact us
Tuesday, August 12, 2025
26 °c
New Delhi
32 ° Wed
29 ° Thu
Kadwa Satya
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
Kadwa Satya
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
  • जीवन मंत्र
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
  • स्पेशल स्टोरी
Home संपादकीय

भारत-पाकिस्तान युद्धविराम: अमेरिकी दबाव में हुआ समझौता या रणनीतिक मजबूरी?

22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने दक्षिण एशिया को एक बार फिर युद्ध की कगार पर ला खड़ा किया। इस हमले में 26 निर्दोष भारतीय नागरिकों की जान गई, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे।

News Desk by News Desk
May 11, 2025
in संपादकीय
भारत-पाकिस्तान युद्धविराम: अमेरिकी दबाव में हुआ समझौता या रणनीतिक मजबूरी?
Share on FacebookShare on Twitter

22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने दक्षिण एशिया को एक बार फिर युद्ध की कगार पर ला खड़ा किया। इस हमले में 26 निर्दोष भारतीय नागरिकों की जान गई, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। भारत ने इस कायराना हमले के पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों का हाथ बताया और त्वरित प्रतिक्रिया में सीमापार एयरस्ट्राइक कर आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया। वहीं पाकिस्तान ने इसका जवाब “ऑपरेशन बुनियान उल मर्सूस” के तहत भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले कर दिया।
लगभग दो सप्ताह तक चले इस सैन्य टकराव में दोनों ओर से मिसाइल और ड्रोन हमले हुए, जिसमें 60 से अधिक नागरिकों की जान गई और हजारों लोगों को युद्धग्रस्त क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। विश्व समुदाय खासकर अमेरिका, चीन और G7 देशों ने स्थिति को बेहद गंभीर मानते हुए हस्तक्षेप की पेशकश की।

इस तनावपूर्ण पृष्ठभूमि में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अचानक घोषणा की कि भारत और पाकिस्तान ने एक “पूर्ण और तात्कालिक युद्धविराम” पर सहमति जता दी है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा, “यह समझौता अमेरिका द्वारा मध्यस्थता के जरिये रातभर की बातचीत के बाद हुआ है।” इस घोषणा ने भारत और पाकिस्तान दोनों की मीडिया और जनता को आश्चर्यचकित कर दिया क्योंकि उस वक्त तक नई दिल्ली और इस्लामाबाद ने औपचारिक रूप से युद्धविराम की पुष्टि नहीं की थी।
भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने थोड़ी देर बाद बयान जारी कर बताया कि दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने दोपहर 3:35 बजे टेलीफोन पर बातचीत की और 5:00 बजे से युद्धविराम लागू करने पर सहमति बनी। पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने भी इस खबर की पुष्टि की और कहा कि पाकिस्तान हमेशा क्षेत्रीय शांति चाहता है, बशर्ते उसकी संप्रभुता बनी रहे।

लेकिन सवाल यह है कि यह युद्धविराम क्यों और कैसे हुआ? क्या यह एक समानुभूति पर आधारित समझौता है या फिर अंतरराष्ट्रीय दबाव और रणनीतिक विवशताओं का नतीजा?

सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान पर IMF की आर्थिक सहायता की शर्तों में से एक था कि वह क्षेत्रीय तनाव कम करे और आतंकी गतिविधियों पर नियंत्रण रखे। अमेरिका ने इस मोर्चे पर पाकिस्तान को स्पष्ट संकेत दिया कि यदि वह शांति के लिए तैयार नहीं होता, तो आर्थिक राहत की बातचीत पर असर पड़ सकता है। वहीं भारत पर अमेरिका ने व्यापार समझौते के तहत शुल्क छूट की शर्तें लागू करने का दबाव बनाया। इसके अलावा, अमेरिका द्वारा हाल ही में अवैध भारतीय अप्रवासियों को अपमानजनक तरीके से निर्वासित किए जाने पर भी भारत की प्रतिक्रिया बेहद मद्धिम रही — जो बताता है कि वाशिंगटन-नई दिल्ली रिश्तों में शक्ति-संतुलन अमेरिका के पक्ष में झुक चुका है।

इस पूरे घटनाक्रम से यह भी स्पष्ट होता है कि अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान दोनों को अपनी-अपनी जगह दिखा दी है। अमेरिका की दृष्टि में भारत कोई “स्वतंत्र भू-राजनीतिक शक्ति” नहीं है, बल्कि एक ऐसा सहयोगी है जिसे नियंत्रित किया जा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी की सरकार द्वारा कूटनीतिक तौर पर इस युद्ध को आगे न बढ़ाने का निर्णय, शायद देश के अंदर चुनावी संतुलन और अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते लिया गया है।

वहीं पाकिस्तान ने जहां सार्वजनिक रूप से यह दिखाया कि वह झुक नहीं रहा, वहीं अंदर ही अंदर उसने अमेरिका की मध्यस्थता को IMF सहायता के लिए जरूरी कदम माना। इस युद्धविराम से सबसे अधिक लाभ पाकिस्तान को हुआ क्योंकि वह अंतरराष्ट्रीय मंच पर “शांति समर्थक” की छवि बनाने में सफल हुआ और साथ ही आर्थिक राहत का रास्ता भी साफ हुआ।

हालांकि, जमीन पर सच्चाई कुछ और ही है। युद्धविराम लागू होने के कुछ घंटों के भीतर ही पुंछ, राजौरी और पाकिस्तान की नीलम घाटी में एक बार फिर गोलीबारी और ड्रोन हमलों की खबरें आईं। दोनों देशों ने एक-दूसरे पर उल्लंघन का आरोप लगाया। भारत का कहना है कि यह “रणनीतिक विराम” है, स्थायी समाधान नहीं। अगले दौर की सैन्य बातचीत 12 मई को निर्धारित है।

इस पूरी स्थिति का गहन विश्लेषण करने पर यह स्पष्ट होता है कि यह युद्धविराम दोनों देशों की जनता या नेताओं की सद्भावना से नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय दबाव और तात्कालिक रणनीतिक जरूरतों की उपज है। न तो भारत पाकिस्तान पर भरोसा करता है, न ही पाकिस्तान भारत के इरादों को लेकर आश्वस्त है। जब तक मूल समस्याओं — जैसे कि सीमा विवाद, आतंकवाद और राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता — का समाधान नहीं होगा, तब तक ऐसे युद्धविराम केवल अस्थायी राहत ही देंगे।

इसमें कोई संदेह नहीं कि दक्षिण एशिया एक बार फिर युद्ध की कगार से पीछे हटा है, लेकिन यह पीछे हटना स्थायी शांति की ओर पहला कदम नहीं, बल्कि एक और अस्थायी ठहराव है — जो कभी भी टूट सकता है।
लेखक: अमित पांडे

 

Tags: bharat pakistan yudh 2025ceasefire violation rajouri punchdonald trump mediation india pakistanIMF pakistan loan conditionindia pakistan border tensionindia pakistan ceasefire newsindia pakistan latest news hindioperation buniyan ul marsussouth asia war 2025vikram misri ceasefire statement
Previous Post

NICE 2025 के लिए संशोधित कार्यक्रम घोषित, छात्रों की तैयारी को मज़बूत करने के लिए अतिरिक्त प्रैक्टिस राउंड जोड़ा गया

Next Post

Bihar CM Road Inspection: नीतीश कुमार ने पटना में किया सड़क निरीक्षण! जानिए किन इलाकों को मिलेगा नया वैकल्पिक मार्ग

Related Posts

No Content Available
Next Post
Bihar CM Road Inspection: नीतीश कुमार ने पटना में किया सड़क निरीक्षण! जानिए किन इलाकों को मिलेगा नया वैकल्पिक मार्ग

Bihar CM Road Inspection: नीतीश कुमार ने पटना में किया सड़क निरीक्षण! जानिए किन इलाकों को मिलेगा नया वैकल्पिक मार्ग

New Delhi, India
Tuesday, August 12, 2025
Moderate rain
26 ° c
100%
5.8mh
35 c 29 c
Wed
30 c 27 c
Thu

ताजा खबर

एशिया रग्बी U-20 में भारत की बेटियों का जलवा! उज्बेकिस्तान को हराकर जीता ऐतिहासिक कांस्य पदक

एशिया रग्बी U-20 में भारत की बेटियों का जलवा! उज्बेकिस्तान को हराकर जीता ऐतिहासिक कांस्य पदक

August 11, 2025
CCCC 13.0: बीसीएम आर्य स्कूल की अन्हद कौर और दिव्या धीमान ने जीता ऑनलाइन राउंड

CCCC 13.0: बीसीएम आर्य स्कूल की अन्हद कौर और दिव्या धीमान ने जीता ऑनलाइन राउंड

August 11, 2025
शरद पवार का बड़ा खुलासा: ‘वोट चोरी’ के आरोपों का समर्थन, अजित पवार से गठबंधन की अटकलों को ठुकराया

शरद पवार का बड़ा खुलासा: ‘वोट चोरी’ के आरोपों का समर्थन, अजित पवार से गठबंधन की अटकलों को ठुकराया

August 9, 2025
वोटर लिस्ट की शुद्धता पर सियासी संग्राम: लोकतंत्र की रक्षा या राजनीतिक रणनीति?

वोटर लिस्ट की शुद्धता पर सियासी संग्राम: लोकतंत्र की रक्षा या राजनीतिक रणनीति?

August 9, 2025
Delhi School of Journalism में 90% प्लेसमेंट, टॉप मीडिया कंपनियों में मिली नौकरी

Delhi School of Journalism में 90% प्लेसमेंट, टॉप मीडिया कंपनियों में मिली नौकरी

August 9, 2025

Categories

  • अपराध
  • अभी-अभी
  • करियर – शिक्षा
  • खेल
  • गीत संगीत
  • जीवन मंत्र
  • टेक्नोलॉजी
  • देश
  • बॉलीवुड
  • भोजपुरी
  • मनोरंजन
  • राजनीति
  • रोजगार
  • विदेश
  • व्यापार
  • व्रत त्योहार
  • शिक्षा
  • संपादकीय
  • स्वास्थ्य
  • Newsletter
  • About us
  • Contact us

@ 2025 All Rights Reserved

No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी

@ 2025 All Rights Reserved