दिल्ली के लाल किले पर हुए ब्लास्ट मामले की जांच में एनआईए को बड़ी सफलता मिली है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इस केस में चार और मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही इस मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या अब छह हो गई है। चारों आरोपियों को सोमवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया, जहां अदालत ने उन्हें 10 दिन की एनआईए रिमांड पर भेज दिया।
आरोपियों को तीन राज्यों से एनआईए ने लिया हिरासत में
एनआईए ने इन चारों आरोपियों को श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर के अलग-अलग जिलों से डिस्ट्रिक्ट सेशंस जज, पटियाला हाउस कोर्ट के प्रोडक्शन ऑर्डर के आधार पर हिरासत में लिया। एजेंसी का कहना है कि इन सभी की भूमिका हमले की योजना, तैयारी और निष्पादन में महत्वपूर्ण थी।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान इस प्रकार है:
डॉ. मुजम्मिल शकील गनई (पुलवामा)
डॉ. आदिल अहमद राथर (अनंतनाग)
डॉ. शाहीन सईद (लखनऊ)
मुफ्ती इरफान अहमद वागे (शोपियां)
एनआईए के मुताबिक, इन सभी आरोपियों ने आतंकी हमले को अंजाम देने में सक्रिय भूमिका निभाई थी। हमले में कई निर्दोष लोगों की मौत हुई थी और कई गंभीर रूप से घायल हुए थे।
पहले भी दो आरोपी गिरफ्तार
इस मामले में सबसे पहले आमिर राशिद अली को पकड़ा गया था। उसके बाद कश्मीर के जसीर बिलाल वानी उर्फ दानिश को गिरफ्तार किया गया। जांच में सामने आया कि इन दोनों ने आत्मघाती हमलावर उमर उन नबी को मदद और लॉजिस्टिक सपोर्ट दिया था।
एनआईए ने अब चार और लोगों को गिरफ्तार किया है, जो आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा थे और जिन्होंने उमर उन नबी को हमला करने में सहायता पहुंचाई।
एनआईए की टीम अभी भी नेटवर्क के अन्य सदस्यों और संभावित मददगारों की तलाश में जुटी है। दिल्ली और जम्मू–कश्मीर में कई जगहों पर छापेमारी जारी है।







