Fisheries Department: निदेशक मत्स्य, बिहार, पटना की अध्यक्षता में आज विकास भवन स्थित कार्यालय में राज्य एवं केन्द्र प्रायोजित योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के दौरान शेखपुरा, वैशाली, बक्सर, नालंदा, लखीसराय एवं जहानाबाद जिलों के जिला मत्स्य पदाधिकारियों के साथ राज्य एवं केंद्र प्रायोजित योजनाओं की समीक्षा की गई।
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के अंतर्गत नया तालाब निर्माण योजना में शेखपुरा में 22.09 हेक्टेयर , वैशाली में 12.57 हेक्टेयर, बक्सर में 3.97 हेक्टेयर, नालंदा में 46.75 हेक्टेयर, लखीसराय में 15.79 हेक्टेयर एवं जहानाबाद में 11.73 हेक्टेयर की उपलब्धि दर्ज की गई है। वहीं, रियरिंग तालाब निर्माण में शेखपुरा 7.641 हेक्टेयर, वैशाली 6.39 हेक्टेयर, नालंदा 10.1 हेक्टेयर, लखीसराय 2.84 हेक्टेयर एवं जहानाबाद 1.52 हेक्टेयर रहा।
राज्य योजना के अंतर्गत विशेष सहायता योजना में शेखपुरा 7.00 एकड़, वैशाली 10.15 एकड़, बक्सर 6.29 एकड़, नालंदा 3.97 एकड़, लखीसराय 2.47 एकड़ एवं जहानाबाद 4.12 एकड़ की उपलब्धि प्राप्त की गई। मुख्यमंत्री चौर विकास योजना (सात निश्चय-2) के अंतर्गत शेखपुरा में 5.11 हेक्टेयर तथा वैशाली में सर्वाधिक 109.37 हेक्टेयर तालाब निर्माण कार्य संपन्न हुए हैं।
बैठक का मुख्य उद्देश्य योजनाओं की प्रगति का मूल्यांकन करना एवं निर्माण कार्यों को मानसून से पूर्व पूर्ण कराना था, ताकि लाभुकों को समय पर योजनाओं का लाभ मिल सके। निदेशक महोदय ने स्पष्ट निर्देश दिया कि वित्तीय वर्ष 2022-23, 2023-24 एवं 2024-25 के सभी लंबित कार्य अप्रैल माह के अंत तक पूर्ण कर लिए जाएं। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि MIS पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों की प्राथमिकता के आधार पर जांच कर मत्स्य प्रसार पदाधिकारी एवं मत्स्य विकास पदाधिकारी इन्हें जिला मत्स्य पदाधिकारी को अग्रेतर कार्रवाई हेतु भेजें।
बैठक में उप निदेशक मत्स्य , संबंधित जिलों के जिला मत्स्य पदाधिकारी, मत्स्य प्रसार पदाधिकारी , मत्स्य विकास पदाधिकारी , अनुश्रवण कोषांग के प्रतिनिधि एवं परियोजना समन्वयक उपस्थित रहे।