School Construction Bihar: भवन निर्माण विभाग के सचिव श्री कुमार रवि की अध्यक्षता में आज गुरुवार को पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की योजनाओं की समीक्षा बैठक आहूत की गई। इस बैठक में पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के सचिव श्री मनोज कुमार, भवन निर्माण विभाग के वरीय पदाधिकारी एवं अभियंतागण समेत अन्य लोग भौतिक/ऑनलाइन माध्यम से उपस्थित रहें।
सचिव श्री कुमार रवि ने अभियंताओं से पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की योजनाओं के कार्यों की जानकारी ली तथा आवश्यक निदेश देते हुए कार्यों में तेजी लाने के लिए कहा। इस दरम्यान सचिव महोदय को अवगत कराया गया कि से कैमूर, जहानाबाद, खगड़िया, शेखपुरा और सुपौल में 520 आसन वाले अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय +2 उच्च विद्यालय का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है। 16 अन्य आवासीय विद्यालयों का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इन विद्यालयों का निर्माण जल्द पूरा करने की बात कही गई है। जहानाबाद एवं सुपौल में 520 आसन वाले अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय +2 उच्च विद्यालय को प्रशासी विभाग को हस्तांतरित कर दिया गया है। बचे हुए विद्यालयों की हस्तांतरण प्रक्रिया चल रही है।
सचिव ने टेंडर प्रक्रिया की समय सीमा पालन करने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि दो माह में तकनीकी स्वीकृति और चार माह में निविदा निष्पादित करें। किसी तरह की देरी होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने विलम्ब से चल रहे कार्यों के लिए दोषी संवेदकों को डिबार करने का निदेश दिया। योजनाओं की राशि संवेदकों से वसूल करने के लिए निदेशित किया गया। उन्होंने कहा कि स्थल निरीक्षण करें, जिसमें प्रशासी विभाग के अधिकारी भी रहेंगे।
520 आसन वाले अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय +2 उच्च विद्यालय में शैक्षणिक-सह-प्रशासनिक भवन (G+2) के अलावा दो बालिका छात्रावास (जी+3) एवं शैक्षणिक कर्मचारियों के लिए क्वार्टर (जी+3) एवं गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों के लिए आवासन हेतु क्वार्टर (G+3) का निर्माण किया जा रहा है। भोजपुर, अररिया, अरवल, बक्सर, गोपलगंज, लखीसराय, नवादा समेत अन्य जगहों पर अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय +2 उच्च विद्यालय का निर्माण कार्य प्रक्रियाधीन है। आवासीय विद्यालयों के आलावा भवन निर्माण विभाग 100 आसान वाले एवं 50 आसन वाले अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों के लिए छात्रावास का भी निर्माण कर रहा है। वैशाली, लखीसराय एवं मधुबनी में 100 आसन वाले अन्य पिछड़ा वर्ग छात्रावास का निर्माण पूर्ण हो गया है।