मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार सरकार विकास की नई इबारत लिख रही है। पिछले 18 वर्षों में ‘न्याय के साथ विकास’ के संकल्प पर चलते हुए मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार को लेकर कई महत्वपूर्ण कदम उठाये। जिसका परिणाम अब बिहार में दिखने लगा है। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने बिहार में न सिर्फ शिक्षण संस्थानों की स्थापना करायी बल्कि उसमें पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की आर्थिक मदद को लेकर भी योजना शुरु की। बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की दूरदर्शी सोच का ही परिणाम है।
गरीबी के कारण कई लड़के-लड़कियां इच्छा के बावजूद उच्च शिक्षा हासिल नहीं कर पाते हैं। पैसे की कमी के चलते कुछ बेहतर प्रयास करने की उनकी हसरतें दम तोड़ देती है। ऐसे ही गरीब विद्यार्थियों की आर्थिक मदद के लिए मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार सरकार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना चला रही है। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने सात निश्चय की अहम कड़ी ‘आर्थिक हल युवाओं को बल’ के तहत स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना को 2 अक्टूबर 2016 को लॉन्च किया था। जिसके तहत सरकार छात्रों को 4 लाख रुपये तक का ऋण उपलब्ध कराती है। इस योजना का उद्देश्य गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए आर्थिक मदद करना है। दरअसल हर साल पैसे की तंगी के कारण अधिकतर बच्चे पढ़ाई बीच में ही छोड़ने को विवश हो जाते हैं। ऐसे में स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की मदद से वे आगे की पढ़ाई जारी रख सकेंगे।
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार द्वारा चलाई जा रही की बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत प्रदेश के निर्धन एवं आर्थिक तौर पर कमजोर विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने हेतु प्रोत्साहित करते हुए आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। यह योजना लाखों छात्रों के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही है। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना में 12वीं पास विद्यार्थियों को तकनीकी शिक्षा के साथ-साथ जनरल एजुकेशन प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। बैंकों की जरूरी शर्तों को मानने के बावजूद बैंकों द्वारा इस योजना के अंतर्गत स्वीकृत की जाने वाली ऋण में काफी बिलम्ब होता था। इसको देखते हुए मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम की स्थापना की है। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के जरिए बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम छात्रों को 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन देता है। वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के लिए 690 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ ऐसे विद्यार्थी उठा सकते हैं, जो 12वीं की परीक्षा पास कर चुके हैं। इस योजना के तहत गरीब छात्रों आगे की पढ़ाई के लिए लोन मिलता है। मैट्रिक पास करने के बाद पॉलिटेक्निक पढ़ने वाले विद्यार्थियों को भी अब इस योजना का लाभ मिलने लगा है। अब सरकार विदेश में पढ़ाई के लिए भी चार लाख रुपये का लोन देगी। बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की खास बात यह है कि इसके तहत लिए गए कर्ज की गारंटर राज्य सरकार खुद है। इस योजना के तहत विद्यार्थी 4 लाख रुपये तक का लोन हासिल कर सकता है। बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना इसलिए भी अच्छी है कि विद्यार्थी पोर्टल के जरिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। उन्हें अब बैंकों की शाखाओं का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। बिहार के ऐसे विद्यार्थी को https://www.7nishchay-yuvaupmission.bihar.gov.in पर आवेदन करना होगा।
इस योजना के अंतर्गत शैक्षणिक संस्थाओं की फीस के साथ ही छात्रावास, पाठ्य पुस्तक आदि के लिए भी ऋण देने का प्रावधान है। एक छात्र को अधिकतम 4 लाख रुपए तक ऋण मिल सकता है। यदि कोई स्टूडेंट जिस संस्थान में पढ़ रहा है वहां की ट्यूशन फीस की व्यवस्था कर ली है और वो आवासन, भोजन और किताब कॉपी के लिए ऋण लेना चाहता है तो ले सकते हैं।इसके साथ ही लैपटॉप के लिए 35 हजार रुपए की राशि मिल सकती है। इस योजना के तहत छात्रों को 4 प्रतिशत और सभी वर्ग की छात्राओं, दिव्यांग एवं ट्रांसजेंडर आवेदक को मात्र एक प्रतिशत ब्याज पर ऋण देने का प्रावधान है।
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के जरिए कई तरह के सामाजिक बदलाव भी मुमकिन हो रहे हैं। इससे राज्य में उच्च शिक्षा दर बढ़ रही है। पहले राज्य में ऊंची तालीम लेने वालों की तादाद महज 14.3 फीसदी थी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से बिहार सरकार ने इसे 30 फीसदी तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। मालूम हो कि देश भर में ऊंची तालीम पाने वालों का औसत 24 फीसदी है। बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम के जरिए जब से स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का वितरण शुरू हुआ है, उच्च शिक्षा के लिए कॉलेजों में आवेदनों की संख्या बढ़ी है। सिर्फ तकनीकी नहीं, दूसरे सामान्य कोर्सेस के लिए भी कार्ड के जरिए लोन उपलब्ध कराया जा रहा है। राज्य में युवाओं को क्रेडिट कार्ड के साथ स्वयं सहायता भत्ता योजना और कुशल युवा कार्यक्रम से भी जोड़ा गया है। अब तक लाखों छात्र-छात्राओं ने इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ उठाकर अपने सपने को साकार किया है। सरकार ने निर्णय लिया है कि लक्ष्य से ज्यादा आवेदन आने पर भी सभी चयनित आवेदकों को इस योजना का लाभ दिलाया जाएगा।
ज्ञान का युग कहे जाने वाले इस दौर में हर कोई अपने बच्चों को ऊंची शिक्षा दिलाना चाहता है। इसके लिए वह अपने बच्चों को देश के सब से बेहतर शिक्षा संस्थान में ही नहीं, विदेश में भी भेजने की इच्छा रखता है लेकिन उच्च शिक्षा पाना आजकल मुश्किल हो रहा है क्योंकि शिक्षा बहुत ही महंगी हो गई है। ऐसे में बिहार सरकार की स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के छात्र-छात्राओं के लिए काफी उपयोगी साबित हो रही है। उच्च शिक्षा पाने का उनका सपना साकार हो रहा है।