Bihar Govt Wins Excellence Award : विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, बिहार सरकार को छात्रों की सक्षमता और कौशल विकास के प्रति प्रतिबद्धता के लिए आईआईटी बॉम्बे द्वारा प्रौद्योगिकी -संचालित शिक्षा में उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया
Bihar Govt Wins Excellence Award : विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, बिहार सरकार को स्पोकन ट्यूटोरियल, आईआईटी बॉम्बे द्वारा प्रतिष्ठित प्रौद्योगिकी -संचालित शिक्षा में उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान आज 17 जुलाई 2025 को ओपन सोर्स जीआईएस दिवस और राष्ट्रीय भू-स्थानिक पुरस्कार 2025 के अवसर पर आईआईटी बॉम्बे के विक्टर मेनेजेस कन्वेंशन सेंटर में प्रदान किया गया।
यह पुरस्कार विभाग के उत्कृष्ट योगदान और अग्रणी प्रयासों को परिभाषित करते हुए विभाग के बिहार में शैक्षिक परिदृश्य को बदलने और बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी के लाभ को प्रदर्शित करता है, जिसका मुख्य ध्यान अपने इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक छात्रों की सक्षमता और रोजगार क्षमता को बढ़ाने पर रहा है। यह सम्मान विभाग की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है कि वह अपने शैक्षिक कार्यक्रमों में अभिनव तकनीकी समाधानों को एकीकृत कर रहा है, जिससे छात्र/छात्राओं को अधिक गतिशील और सीखने का सुलभ माहौल तैयार हो सके।
प्रभावशाली स्पोकन ट्यूटोरियल पहल के अलावा विभाग ने छात्रों के कौशल विकास के लिए सक्रिय रूप से बहु-आयामी दृष्टिकोण अपनाया है। इसने ऑनलाइन पाठ्यक्रमों और डिजिटल प्रशिक्षण प्लेटफार्मों की एक विस्तृत श्रृंखला तक पहुंच प्रदान की है, जिसमें मूक (MOOCs) , CISCO, एनपीटीईएल पाठ्यक्रम और विभिन्न उद्योग-प्रासंगिक डिजिटल प्रशिक्षण मॉड्यूल शामिल हैं। इन पहलों को छात्रों को उभरती प्रौद्योगिकियों, कोडिंग, डेटा साइंस, साइबर सुरक्षा और उन्नत इंजीनियरिंग अवधारणाओं में अत्याधुनिक कौशल से लैस करने के लिए डिजाइन किया गया है, यह सुनिश्चित करते हुए कि वे स्नातक होने पर उद्योग के लिए तैयार हों।
प्रौद्योगिकी -संचालित शिक्षा में उत्कृष्टता पुरस्कार पद्म श्री ए.एस. किरण कुमार, पूर्व अध्यक्ष, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा प्रदान किया गया, जो विभाग की पहलों के महत्व और प्रभाव का प्रमाण है। बिहार सरकार के विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग का प्रतिनिधित्व करते हुए, डॉ. मो. अतिकुर रहमान, सहायक निेदेशक (त०) ने विभाग की ओर से यह पुरस्कार सहर्ष स्वीकार किया।