नई दिल्ली 10 जून 2025: कोरोना वायरस एक बार फिर देश में दस्तक दे रहा है। पिछले 24 घंटे में 324 नए कोरोना केस सामने आए हैं, जिससे देशभर में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 6,815 हो गई है। इन नए मामलों ने देश की चिंता एक बार फिर बढ़ा दी है, खासकर तब जब मानसून के साथ वायरल बीमारियों का खतरा पहले से ही मंडरा रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, केरल इस वक्त देश का सबसे प्रभावित राज्य है। इसके बाद गुजरात, पश्चिम बंगाल और दिल्ली का स्थान है। चिंताजनक बात यह है कि मंगलवार को तीन लोगों की मौत भी कोरोना संक्रमण के कारण दर्ज की गई है — ये मौतें केरल, दिल्ली और झारखंड में हुईं।
कहां कितने मामले? कर्नाटक सबसे ज्यादा प्रभावित
10 जून को जारी आंकड़ों के मुताबिक:
- कर्नाटक: 136 नए केस (सबसे अधिक)
- गुजरात: 129 नए केस
- केरल: 96
- मध्य प्रदेश: 9
- हरियाणा: 8
- महाराष्ट्र: 6
- ओडिशा: 5
- छत्तीसगढ़: 3
- झारखंड: 2
- आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और मणिपुर: 1-1 मामला
वहीं उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मिजोरम, त्रिपुरा, चंडीगढ़ और जम्मू-कश्मीर में पिछले 24 घंटों में कोई नया केस सामने नहीं आया है।
68 मौतें जनवरी 2025 से अब तक, केंद्र की ‘मॉक ड्रिल’ तैयारी
सरकारी बुलेटिन के अनुसार, जनवरी 2025 से अब तक कोरोना से कुल 68 मौतें दर्ज की जा चुकी हैं। मौजूदा हालात को देखते हुए, केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को ‘मॉक ड्रिल’ के जरिए तैयार रहने का निर्देश दिया है। इसमें ऑक्सीजन सिलिंडर, वेंटिलेटर और जरूरी दवाओं की उपलब्धता की समीक्षा की जा रही है।
आईसीएमआर, एनसीडीसी और आईडीएसपी जैसे संस्थान इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारियों (ILI) और गंभीर श्वसन संक्रमण (SARI) पर बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। खास बात यह है कि SARI मरीजों के सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है, ताकि वायरस के नए वेरिएंट्स पर नजर रखी जा सके।
अधिकतर मरीज घर पर हुए ठीक, लेकिन वायरस कमजोर नहीं
अधिकारियों के मुताबिक, अधिकतर मरीजों में लक्षण बेहद हल्के हैं और वे घर पर ही इलाज से ठीक हो रहे हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वायरस का खतरा खत्म हो गया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि सावधानी और निगरानी अभी भी बेहद जरूरी है, क्योंकि कोविड का वायरस म्यूटेट होकर फिर से उभर सकता है।
डिस्चार्ज हुए मरीजों की संख्या और रिकवरी अपडेट
सरकारी आंकड़ों के अनुसार:
- जनवरी 2025 से अब तक 7,644 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं।
- सिर्फ 10 जून को ही 783 मरीज ठीक हुए हैं।
हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह स्पष्ट किया है कि पश्चिम बंगाल से डेटा अभी आना बाकी है, जिससे तस्वीर और भी बदल सकती है।
अब क्या करें? सावधानी ही सुरक्षा
- सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनें
- हल्के लक्षण दिखें तो तुरंत जांच कराएं
- बुजुर्गों और बीमार लोगों का विशेष ध्यान रखें
- सरकार की गाइडलाइंस का पालन करें
कोरोना अभी गया नहीं है, हमें तैयार रहना होगा!
एक समय पर जिस वायरस ने पूरी दुनिया को हिला दिया था, वह अब फिर से अपनी दस्तक दे रहा है। हल्के लक्षणों से शुरुआत होकर गंभीर संक्रमण तक की स्थिति बनने में देर नहीं लगती। इसलिए अगर आपको लगता है कि कोविड अब इतिहास बन चुका है, तो यह आंकड़े आपको दोबारा सोचने पर मजबूर कर देंगे।