Delhi News: दिल्ली के कालकाजी इलाके में शुक्रवार, 12 दिसंबर को एक गंभीर पारिवारिक त्रासदी सामने आई। यहां एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई। मृतकों में मां और उसके दो बेटे शामिल हैं। पुलिस की शुरुआती जांच में यह मामला सामूहिक आत्महत्या का बताया जा रहा है। घटना के बाद इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है।
यह मामला तब सामने आया, जब कोर्ट के आदेश पर मकान खाली कराने पहुंची टीम ने घर का दरवाजा खोला। अंदर का दृश्य देखकर टीम और पुलिस दोनों स्तब्ध रह गए।
कोर्ट के आदेश पर खुला दरवाजा, अंदर मिला दर्दनाक दृश्य
घटना कालकाजी के जी-70बी पते की है। यहां किराए के मकान में 52 वर्षीय अनुराधा कपूर अपने दो बेटों—32 वर्षीय आशीष और 27 वर्षीय चैतन्य—के साथ रहती थीं। शुक्रवार दोपहर करीब 2:47 बजे पुलिस को पीसीआर कॉल मिली। कॉल के मुताबिक, कोर्ट की बेलिफ टीम मकान मालिक के पक्ष में आए आदेश को लागू करने पहुंची थी, क्योंकि परिवार लंबे समय से किराया नहीं दे रहा था।
जब घर के अंदर से कोई हलचल नहीं मिली, तो पुलिस ने डुप्लीकेट चाबी से दरवाजा खोला। अंदर मां और दोनों बेटे छत के पंखे से लटके हुए मिले। पुलिस ने तुरंत तीनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
सुसाइड नोट में आर्थिक तंगी और अवसाद का जिक्र
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें परिवार के लंबे समय से आर्थिक संकट और अवसाद में होने का जिक्र है। जांच में सामने आया है कि अनुराधा के पति की मौत कुछ साल पहले हो चुकी थी। इसके बाद परिवार कर्ज में डूब गया था। दोनों बेटे बेरोजगार थे।
परिवार दिसंबर 2023 से इस मकान में रह रहा था, लेकिन दो साल से अधिक समय से किराया नहीं दिया गया था। इसी कारण मकान मालिक ने कोर्ट से बेदखली का आदेश हासिल किया था। पड़ोसियों के मुताबिक परिवार शांत रहता था और बहुत कम लोगों से बातचीत करता था।
पुलिस जांच जारी, बाहरी हस्तक्षेप के संकेत नहीं
दिल्ली पुलिस ने BNSS की धारा 194 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में किसी बाहरी हस्तक्षेप के संकेत नहीं मिले हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और अन्य तथ्यों के आधार पर मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है।












