Delhi Pollution Crisis:राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है। आज 24 नवंबर सोमवार सुबह का औसत AQI स्तर 391 दर्ज किया गया है, जो ‘बेहद खराब’ से ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। PM2.5 और PM10 जैसे प्रमुख प्रदूषक उच्च स्तर पर हैं, जिससे सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ठंडी हवाओं और कम गति की वजह से प्रदूषण फैल नहीं पा रहा है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है।
वर्तमान AQI स्तर और प्रदूषक
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) और अन्य निगरानी एजेंसियों के आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली का AQI आज सुबह 340 से 395 के बीच है। IQAir के मुताबिक, यह 246 के आसपास है, लेकिन मुख्य प्रदूषक PM2.5 का स्तर 170.8µg/m³ तक पहुंच गया है, जो WHO के वार्षिक दिशानिर्देश से 34 गुना अधिक हैने PM2.5 को 230µg/m³ और PM10 को 390µg/m³ बताया है, जो खतरनाक स्तर पर हैं। दूसरी ओर, पड़ोसी क्षेत्रों जैसे गाजियाबाद में AQI 999 तक पहुंचा है, जो PM10 की वजह से है। ये स्तर ‘बेहद खराब’ (301-400) से ‘गंभीर’ (401+) श्रेणी में आते हैं, जहां बाहर निकलना स्वास्थ्य के लिए जोखिम भरा है। NO2 और SO2 जैसे अन्य प्रदूषक भी बढ़े हुए हैं, जो सांस की बीमारियों को बढ़ावा दे सकते हैं।
अगले 3 दिनों का पूर्वानुमान
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की एयर क्वालिटी अर्ली वॉर्निंग सिस्टम के अनुसार, 23 से 26 नवंबर तक AQI ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रहने की संभावना है। मंगलवार (25 नवंबर) को AQI 320, बुधवार (26) को 328 और गुरुवार (27) को 340 रहेगा, जो ‘खतरनाक’ स्तर पर बना रहेगा। यह अभी भी ‘अस्वास्थ्यकर’ श्रेणी में रहेगा। कुल मिलाकर, अगले तीन दिनों में सुधार की कम उम्मीद है और निवासियों को सतर्क रहना चाहिए।
बता दें, उच्च AQI स्तर से सांस की तकलीफ, अस्थमा, हृदय रोग और आंखों में जलन जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। विशेष रूप से बच्चे, बुजुर्ग और पहले से बीमार लोग प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे में सलाह दी गई है कि बाहर निकलने से बचें, N95 मास्क पहनें, घर में एयर प्यूरीफायर इस्तेमाल करें और व्यायाम से परहेज करें। मालूम हो कि दिल्ली सरकार ने राजधानी में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP-3) लागू किया है। जिसके तहत निर्माण पर रोक और वाहनों की एंट्री सीमित है। साथ ही, लोगों से अपील की गई है कि सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें और प्रदूषण कम करने में योगदान दें। अधिक जानकारी के लिए CPCB या IMD की वेबसाइट देखें।











