Earthquake Alert: सोमवार (21 अप्रैल 2025) तड़के भारत, तिब्बत, म्यांमार, ताजिकिस्तान और इंडोनेशिया में भूकंप के झटकों ने लोगों को दहशत में डाल दिया। रात 1 बजे से सुबह 6 बजे के बीच आए इन झटकों की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3 से 5.5 के बीच दर्ज की गई। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) ने इन भूकंपों की पुष्टि की है। अच्छी बात यह है कि अभी तक किसी भी देश से जान-माल के नुकसान की खबर नहीं आई है। आइए जानते हैं, किन देशों में कब और कितनी तीव्रता के झटके महसूस किए गए।
असम में सुबह पौने पांच बजे भूकंप
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, असम के सोनितपुर में सोमवार सुबह 4:46 बजे भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.4 थी और इसका केंद्र धरती से 13 किमी की गहराई पर था। स्थानीय लोगों में हल्की दहशत फैली, लेकिन कोई नुकसान नहीं हुआ।
इंडोनेशिया में 5.5 तीव्रता का भूकंप
इंडोनेशिया के सेरम द्वीप पर सोमवार तड़के भूकंप के झटके महसूस किए गए। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेस (GFZ) के मुताबिक, इस भूकंप की तीव्रता 5.5 थी और इसका केंद्र 10 किमी की गहराई पर था। यह भूकंप स्थानीय समयानुसार सुबह के समय आया, जिससे लोग सतर्क हो गए।
तिब्बत में सुबह 5:33 बजे झटके
पड़ोसी देश तिब्बत में भी सोमवार सुबह 5:33 बजे भूकंप आया। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.1 मापी गई। भूकंप का केंद्र धरती से 10 किमी नीचे था। तिब्बत में आए इस भूकंप से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन लोगों में डर का माहौल रहा।
म्यांमार में तड़के 2:47 बजे भूकंप
म्यांमार, जहां पिछले महीने 28 मार्च को 7.7 तीव्रता का विनाशकारी भूकंप आया था, वहां सोमवार तड़के 2:47 बजे फिर से झटके महसूस किए गए। इस भूकंप की तीव्रता 3.8 थी। हालांकि, यह झटका हल्का था और कोई नुकसान नहीं हुआ।
ताजिकिस्तान में एक घंटे में दो झटके
ताजिकिस्तान में भूकंप का सिलसिला थम नहीं रहा। पिछले 5 दिनों में यहां कई बार झटके महसूस किए गए हैं। सोमवार तड़के 1:50 बजे और 2:04 बजे दो भूकंप आए। इनकी तीव्रता क्रमशः 4.2 और 4.0 थी। दोनों भूकंपों का केंद्र उथली गहराई पर था, जिससे झटके साफ महसूस हुए।
पिछले महीने म्यांमार में भारी तबाही
पिछले महीने 28 मार्च 2025 को म्यांमार के सागाइंग क्षेत्र में 7.7 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसने म्यांमार और थाईलैंड में भारी तबाही मचाई। इस भूकंप में 2,000 से ज्यादा लोगों की जान गई, हजारों इमारतें ढह गईं, और कई लोग घायल हुए। मांडले के पास इसका केंद्र था, और यह म्यांमार का 1912 के बाद सबसे शक्तिशाली भूकंप था।
भूकंप से बचाव के टिप्स
- सुरक्षित जगह चुनें: भूकंप के दौरान मेज के नीचे छिपें या मजबूत दीवार के पास खड़े हों।
- बाहर निकलें सावधानी से: अगर इमारत में हैं, तो लिफ्ट की जगह सीढ़ियों का इस्तेमाल करें।
- आपातकालीन किट तैयार रखें: पानी, खाना, और दवाइयों का स्टॉक रखें।
- जागरूक रहें: स्थानीय भूकंप केंद्रों की चेतावनियों पर नजर रखें।
सोमवार के इन भूकंपों ने एक बार फिर सतर्क रहने की जरूरत को रेखांकित किया है। अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए भूकंप से बचाव के उपाय अपनाएं।
नोट: यह लेख केवल जानकारी के लिए है। भूकंप या अन्य आपदाओं के दौरान स्थानीय प्रशासन और विशेषज्ञों की सलाह मानें।