Fake Job Scam Alert: आज के डिजिटल युग में नौकरी की तलाश आसान तो हो गई है, लेकिन इसके साथ ही साइबर अपराधियों के जाल भी जटिल हो चुके हैं। सोशल मीडिया, ईमेल या व्हाट्सएप पर आने वाले आकर्षक जॉब ऑफर जैसे – विदेश में लाखों की सैलरी, वर्क फ्रॉम होम का आसान काम या डेटा एंट्री की ‘गारंटीड’ नौकरी अक्सर फर्जी साबित होते हैं। ये ठग न केवल आपका पैसा लूटते हैं, बल्कि व्यक्तिगत जानकारी चुराकर पहचान चोरी या साइबर गुलामी जैसी भयावह स्थितियां पैदा कर देते हैं। 2025में भारत में साइबर फ्रॉड के मामले 206%बढ़ चुके हैं, जिसमें जॉब स्कैम एक प्रमुख वजह है। लेकिन चिंता न करें, भारतीय सरकार ने इनसे बचाव के लिए स्पष्ट दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिससे आप खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।
साइबर ठगों के नए तरीके
साइबर अपराधी अब AI और डीपफेक तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन ज्यादातर स्कैम आपकी जल्दबाजी और भरोसे पर टिके हैं। 2025के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी जॉब ऑफर के नाम पर हजारों भारतीय युवा म्यांमार, कंबोडिया और थाईलैंड जैसे देशों में फंस चुके हैं, जहां उन्हें जबरन फ्रॉड कॉल सेंटरों में काम करने के लिए मजबूर किया जाता है।
- अनजान स्रोत से ऑफर:सोशल मीडिया (फेसबुक, लिंक्डइन, इंस्टाग्राम) या अनजान नंबर से ‘तुरंत जॉइनिंग’ का मैसेज। असली कंपनियां कभी अनचाही ईमेल या SMS से ऑफर नहीं भेजतीं।
- ज्यादा अच्छा लगने वाला पैकेज:महीनों में लाखों कमाई, फ्री वीजा या रहने का इंतजाम—ये लाल झंडे हैं। विदेशी स्कैम में एजेंट ‘डेटा एंट्री’ का लालच देकर पासपोर्ट जब्त कर लेते हैं।
- तुरंत कार्रवाई की मांग:‘रजिस्ट्रेशन फीस’ जमा करें, KYC अपडेट करें या OTP शेयर करें—ये ट्रिक्स पैसे या डेटा चुराने के लिए हैं।
- फर्जी दस्तावेज:ऑफर लेटर, वीजा या कंपनी का लोगो चेक करें। अक्सर ये स्पेलिंग मिस्टेक्स या गलत URL वाले होते हैं।
- साइबर गुलामी का खतरा:2025में गृह मंत्रालय ने 2,946संदिग्ध मामलों की सूची जारी की, जहां युवाओं को ‘गोल्डन ट्रायंगल’ (म्यांमार-लाओस-कंबोडिया) ले जाकर साइबर फ्रॉड में धकेला गया। विरोध पर मारपीट या फिरौती की धमकी दी जाती है।
सरकार ने दी सलाह
भारतीय सरकार सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY), साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) और प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने फर्जी जॉब स्कैम से बचाव के लिए सरल और प्रभावी दिशानिर्देश दिए हैं।
- कंपनी की जांच करें:ऑफर मिलने पर कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट, लिंक्डइन प्रोफाइल या सरकारी रजिस्ट्रेशन (MCA पोर्टल) चेक करें। सर्च में ‘कंपनी नाम + scam/fraud’ जोड़कर रिव्यू पढ़ें। फर्जी कंपनियां अक्सर नई या अनवेरिफाइड होती हैं।
- अनजान लिंक्स या ऐप्स पर क्लिक न करें:जॉब पोर्टल्स जैसे Naukri.com या Indeed पर ही अप्लाई करें। फर्जी लिंक डेटा चुरा सकते हैं।
- कोई फीस न दें:असली नौकरी कभी ‘प्रोसेसिंग फीस’, ‘ट्रेनिंग चार्ज’ या ‘सिक्योरिटी डिपॉजिट’ नहीं मांगती। अगर मांगे, तो ये स्कैम है।
- OTP या पर्सनल डिटेल्स शेयर न करें:बैंक अकाउंट, आधार, पासपोर्ट या OTP कभी अनजान से न दें। ये पहचान चोरी का रास्ता खोलते हैं।
- आधिकारिक चैनल से संपर्क:डाउट हो तो कंपनी के HR को फोन करें, न कि दिए गए नंबर पर। विदेशी जॉब के लिए MEA की वेबसाइट (mea.gov.in) चेक करें।
- सोशल मीडिया पर सावधानी:अनजान फ्रेंड रिक्वेस्ट या जॉब ग्रुप्स से बचें। लोकेशन सर्विसेज ऑफ रखें और पर्सनल इंफो शेयर न करें।
- तुरंत रिपोर्ट करें:शक हो तो 24×7हेल्पलाइन 1930पर कॉल करें। 2025में ‘प्रतिबिंब’ पहल से फ्रॉड ट्रांजेक्शन रोकना आसान हो गया है—पैसे वापस मिलने की संभावना 50%बढ़ गई है।
- जागरूकता फैलाएं:परिवार और दोस्तों को बताएं। AICTE की ‘साइबर जागरूकता दिवस’ (हर महीने का पहला बुधवार) में हिस्सा लें।







