Fake Delhi Sub-Inspector Arrested: दिल्ली में 23 साल के युवक को पुलिस अधिकारी बनकर महिलाओं को ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। फर्जी वर्दी, आईडी और सोशल मीडिया के जरिए लड़कियों को फंसाता था।
Fake Delhi Sub-Inspector Arrested: दिल्ली में सोमवार को एक ऐसा मामला सामने आया जिसने न सिर्फ पुलिस महकमे को चौंकाया बल्कि सोशल मीडिया की आड़ में बढ़ते अपराध की एक और बानगी पेश की। राजस्थान के अलवर जिले का रहने वाला 23 वर्षीय साहिल खुद को दिल्ली पुलिस का सब-इंस्पेक्टर बताकर महिला पुलिसकर्मियों और युवतियों को सोशल मीडिया पर फंसाता था।
सोमवार, 7 जुलाई को जब साहिल दिल्ली एयरपोर्ट पर पुलिस की टी-शर्ट पहने घूम रहा था, तभी सुरक्षा बलों को उस पर शक हुआ और पूछताछ के बाद उसकी सच्चाई सामने आ गई।
फर्जी वर्दी, फर्जी पहचान और लड़कियों को फंसाने का खेल
पुलिस ने जब साहिल को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो वह ना तो किसी पुलिस विभाग से जुड़ा था, ना किसी सरकारी परीक्षा में सफल हुआ था। लेकिन उसके पास से दिल्ली पुलिस की फर्जी वर्दी, नकली ID कार्ड, और जॉइनिंग लेटर बरामद किए गए।
साहिल अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर पुलिस की वर्दी में फोटो लगाता था, जिससे लोग उसे असली अफसर समझ बैठते थे। महिला पुलिसकर्मियों और युवतियों से वह दोस्ती करने की कोशिश करता, और उनकी सहानुभूति या भरोसे को जीतकर संबंध बनाने की कोशिश करता था।
कई परीक्षाएं दीं, कोई पास नहीं हुआ, चुनी धोखे की राह
साहिल की पृष्ठभूमि की जांच में सामने आया कि वह कई प्रतियोगी परीक्षाएं दे चुका है लेकिन असफल रहा। इसके बाद उसने ‘अफसर’ बनने का शॉर्टकट रास्ता अपनाया—फर्जी पहचान और दिखावे का खेल।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, साहिल ने यह धोखा सिर्फ महिलाओं को फंसाने या इंप्रेस करने के लिए नहीं बल्कि खुद को खास दिखाने और फायदा उठाने के लिए किया था।
पुलिस कर रही गहन पूछताछ, सोशल मीडिया कनेक्शन खंगाले जा रहे
दिल्ली पुलिस ने साहिल को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ जालसाजी, आपराधिक षड्यंत्र और फर्जीवाड़े की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
साइबर सेल अब उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स, चैट हिस्ट्री, और फॉलोअर्स की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने अब तक किन-किन महिलाओं को अपना शिकार बनाया है और कहीं वह ब्लैकमेलिंग या आर्थिक ठगी जैसे अपराधों में भी शामिल तो नहीं रहा।
असली पुलिस ने दिखाई फुर्ती, नकली पुलिस बना गिरफ्तार
इस घटना ने एक बार फिर यह दिखा दिया कि फर्जी वर्दी और दिखावे के दम पर सोशल मीडिया पर अपराधी किस तरह लोगों को गुमराह कर रहे हैं। लेकिन साथ ही यह भी सामने आया कि दिल्ली पुलिस की सतर्कता ने समय रहते एक बड़े संभावित अपराध को टाल दिया।