Gujarat Garba Violence: गुजरात में नवरात्रि का त्योहार जहां हर जगह खुशी और रंगों के साथ मनाया जा रहा है, वहीं गांधीनगर ज़िले के दहेगाम तहसील के बहियाल गांव से बुधवार, 24 सितंबर की रात एक बड़ी हिंसक घटना सामने आई। गरबा कार्यक्रम के दौरान दो समुदायों के बीच विवाद इतना बढ़ा कि पथराव, आगजनी और तोड़फोड़ शुरू हो गई। इस हिंसा में कई लोग घायल हो गए, जिनमें पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
सोशल मीडिया पोस्ट बनी विवाद की वजह
हिंसा की जड़ एक सोशल मीडिया पोस्ट रही। गांव के एक युवक ने लिखा कि वह “I Love Mohammad” ट्रेंड के जवाब में “I Love Mahadev” ट्रेंड चलाएगा। इस पोस्ट से दूसरे समुदाय के लोगों में नाराज़गी फैल गई और गुस्से में कुछ लोग युवक की दुकान पर जा पहुंचे। युवक मौके से भाग निकला लेकिन भीड़ ने दुकान में तोड़फोड़ कर दी और उसे आग के हवाले कर दिया। वायरल वीडियो में साफ दिखा कि कुछ लोग दुकान में घुसकर तोड़फोड़ कर रहे हैं और आगजनी कर रहे हैं।
पथराव, आगजनी और पुलिस पर हमला
देखते ही देखते स्थिति बिगड़ गई और पूरे गांव में तनाव फैल गया। आठ से ज्यादा वाहन क्षतिग्रस्त हो गए, एक दुकान जला दी गई और पुलिस के दो वाहन भी भीड़ की हिंसा का शिकार हो गए। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों पर भी हमला हुआ। वायरल वीडियो में भीड़ को एक-दूसरे पर पत्थर फेंकते और लोहे की रॉड लेकर भागते देखा जा सकता है।
भारी पुलिस बल की तैनाती
घटना के बाद प्रशासन ने तुरंत कदम उठाए और गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। फिलहाल किसी की मौत की खबर नहीं है लेकिन कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की पहचान की जा रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। स्थानीय लोगों से अपील की गई है कि वे किसी भी तरह की अफवाह या भड़काऊ पोस्ट सोशल मीडिया पर न फैलाएँ और जांच में सहयोग करें।
त्योहार की रौनक पर तनाव का साया
नवरात्रि का गरबा कार्यक्रम हमेशा से भाईचारे और उत्सव का प्रतीक माना जाता है। लेकिन इस घटना ने त्योहार की रौनक पर तनाव का साया डाल दिया है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि सोशल मीडिया पर फैलती नफ़रत और भड़काऊ कंटेंट पर समय रहते रोक लगाना बेहद ज़रूरी है क्योंकि छोटी-सी बात भी बड़ी हिंसा का रूप ले सकती है।
गुजरात के गांधीनगर से सामने आई इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या त्योहारों की आड़ में नफ़रत फैलाने वाली घटनाएँ काबू से बाहर हो रही हैं। पुलिस और प्रशासन हालात को काबू में करने की कोशिश कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है।