Alkaline Water Recipe: गर्मियां हों या सर्दियां, शरीर को हाइड्रेटेड और एनर्जी से भरपूर रखना जरूरी है। इसके लिए अल्कालाइन वॉटर एक शानदार विकल्प है, जो न सिर्फ शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है, बल्कि एसिडिटी को बैलेंस करके कई बीमारियों से बचाता है। बाजार में अल्कालाइन वॉटर के ढेरों प्रोडक्ट्स मिलते हैं, लेकिन घर पर शुद्ध और सस्ता अल्कालाइन वॉटर बनाना सबसे आसान है। तो भाई, आइए जानते हैं घर पर अल्कालाइन वॉटर बनाने की 3 आसान रेसिपी, इसके फायदे और जरूरी सावधानियां।
अल्कालाइन वॉटर क्या है?
अल्कालाइन वॉटर ऐसा पानी है, जिसका pH स्तर सामान्य पानी (7) से ज्यादा, यानी 7.5-9 के बीच होता है। ये शरीर में बढ़ी हुई एसिडिटी को कम करता है और हाइड्रेशन को बढ़ाता है। ये पेट की जलन, थकान, और कमजोर इम्यूनिटी जैसी समस्याओं में मददगार हो सकता है। आइए देखें इसे घर पर कैसे बनाएं।
1. खीरे से अल्कालाइन वॉटर रेसिपी
सामग्री:
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1 लीटर फिल्टर्ड पानी
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1 कटा हुआ खीरा
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1 कटा हुआ नींबू
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8-10 पुदीने की पत्तियां
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1 छोटा चम्मच हिमालयन पिंक सॉल्ट
बनाने की विधि:
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एक बड़े साफ बर्तन में 1 लीटर फिल्टर्ड पानी लें।
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इसमें कटा खीरा, नींबू, पुदीने की पत्तियां, और हिमालयन सॉल्ट डालें।
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बर्तन को ढककर 6-8 घंटे के लिए रख दें (रातभर रखना बेस्ट है)।
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सुबह इसे छान लें और दिनभर में थोड़ा-थोड़ा पिएं।
फायदा: ये ड्रिंक डिटॉक्स करती है, त्वचा को चमक देती है, और शरीर को ठंडक देती है।
2. बेकिंग सोडा से अल्कालाइन वॉटर
सामग्री:
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1 गिलास फिल्टर्ड पानी
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2-3 चुटकी बेकिंग सोडा (खाने वाला सोडा)
बनाने की विधि:
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एक गिलास पानी में बेकिंग सोडा डालें।
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अच्छे से मिक्स करें ताकि सोडा पूरी तरह घुल जाए।
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इसे दिन में 1-2 बार पिएं।
सावधानी:
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इसमें सोडियम की मात्रा ज्यादा होती है, इसलिए हाई बीपी वाले लोग डॉक्टर से पूछकर पिएं।
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ज्यादा मात्रा में न लें, वरना पेट में गैस हो सकती है।
3. नींबू और सेंधा नमक से अल्कालाइन वॉटर
सामग्री:
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1 गिलास फिल्टर्ड पानी
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1 कटा हुआ नींबू
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आधा छोटा चम्मच सेंधा नमक या हिमालयन पिंक सॉल्ट
बनाने की विधि:
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पानी में नींबू और सेंधा नमक डालें।
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इसे ढककर 8-10 घंटे (रातभर) के लिए रख दें।
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सुबह इसे छानकर या सीधे पिएं।
खास बात: ये पानी भले ही pH टेस्ट में एसिडिक दिखे, लेकिन शरीर में जाकर ये pH बैलेंस करता है और डाइजेशन को बेहतर बनाता है।
अगर आप ऊपर दिए तरीके नहीं आजमाना चाहते, तो बाजार में मिलने वाले pH ड्रॉप्स या अल्कालाइन वॉटर फिल्टर का इस्तेमाल करें। ये आसानी से ऑनलाइन या स्टोर्स में मिल जाते हैं। बस निर्देशों के मुताबिक ड्रॉप्स को पानी में मिलाएं या फिल्टर का यूज करें।
अल्कालाइन वॉटर के फायदे
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डिटॉक्सिफिकेशन: शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालता है।
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हाइड्रेशन: सामान्य पानी से ज्यादा हाइड्रेट रखता है।
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एसिडिटी कंट्रोल: पेट की जलन और एसिड रिफ्लक्स में राहत देता है।
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इम्यूनिटी बूस्ट: शरीर को बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है।
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त्वचा और बालों के लिए: त्वचा को चमकदार और बालों को मजबूत बनाता है।
अल्कालाइन वॉटर पीते समय सावधानियां
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सीमित मात्रा: दिन में 1-2 लीटर से ज्यादा न पिएं। ज्यादा पीने से pH असंतुलन हो सकता है।
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खाली पेट न पिएं: इससे गैस या अपच हो सकती है। खाने के बाद या बीच-बीच में पिएं।
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स्वास्थ्य समस्याएं: हाई बीपी, किडनी रोग, या डायबिटीज वाले लोग डॉक्टर से सलाह लें।
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साफ पानी: हमेशा फिल्टर्ड पानी का इस्तेमाल करें।
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चमत्कार की उम्मीद न करें: अल्कालाइन वॉटर को हेल्दी लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाएं, न कि पूरा इलाज।
अल्कालाइन वॉटर को और मजेदार कैसे बनाएं?
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इसमें पुदीना, तुलसी, या अदरक के टुकड़े डालकर स्वाद बढ़ाएं।
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फल जैसे सेब या संतरे के स्लाइस डालकर इसे रिफ्रेशिंग बनाएं।
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ठंडा रखने के लिए फ्रिज में स्टोर करें, लेकिन 24 घंटे से ज्यादा पुराना पानी न पिएं।
तो भाई, अब आप जान गए कि अल्कालाइन वॉटर घर पर बनाना कितना आसान है। इन रेसिपीज को आजमाएं और अपने शरीर को डिटॉक्स और एनर्जी से भरपूर रखें। कोई सवाल हो या आपने ये ट्राई किया हो, तो कमेंट में जरूर बताएं!