नई दिल्ली – भारत में मानसून 2025 पूरे ज़ोर पर है और इसके असर से कई राज्यों में भारी बारिश का सिलसिला जारी है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले तीन दिन यानी 14 से 16 जुलाई के बीच देश के 15 से ज़्यादा राज्यों में मूसलधार बारिश की चेतावनी दी है। रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर भारत से लेकर पूर्वी, मध्य और पश्चिमी भारत तक कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो सकती है।
उत्तर भारत में भारी बारिश और बाढ़ का खतरा
IMD के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में 14 से 16 जुलाई के दौरान कई स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है। इसके अलावा:
- हिमाचल प्रदेश में 13 से 18 जुलाई तक बारिश का सिलसिला रहेगा।
- उत्तराखंड में 12 से 18 जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी।
- पंजाब में 16 जुलाई को
- हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में 14 जुलाई को भारी बारिश हो सकती है।
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 13, 16 और 17 जुलाई को
- पूर्वी उत्तर प्रदेश में 14 से 17 जुलाई तक मूसलधार बारिश का अनुमान है।
मध्य भारत में बारिश का कहर, छत्तीसगढ़ और MP पर असर
मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 12 से 18 जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
राजस्थान में 12 से 16 जुलाई के बीच कई जगहों पर तेज बारिश हो सकती है।
छत्तीसगढ़ में 12 जुलाई को और फिर 16 से 18 जुलाई के बीच भारी वर्षा की संभावना है।
पूर्वी भारत में भारी वर्षा का दौर
मौसम विभाग के मुताबिक:
पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 13 से 15 जुलाई
बिहार में 15 से 17 जुलाई
झारखंड और ओडिशा में 13 से 15 जुलाई तक तेज बारिश हो सकती है।
पश्चिमी भारत में मानसून की रफ्तार
- कोंकण और गोवा में 12 से 15 जुलाई के बीच मूसलधार बारिश होगी।
- मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्र में 13 से 15 जुलाई
- सौराष्ट्र और गुजरात में 13 और 14 जुलाई को भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।
दक्षिण भारत में उमस भरा मौसम
IMD ने दक्षिण भारत के कुछ इलाकों के लिए गर्मी और उमस का अलर्ट जारी किया है:
- तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में 12 और 13 जुलाई को तापमान बढ़ेगा।
- तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और रायलसीमा में 12 से 14 जुलाई तक गर्मी और नमी बनी रहेगी।
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में बाढ़ का खतरा
तेज बारिश के कारण चित्रकूट जिले में मंदाकनी नदी उफान पर है और आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। NDRF और SDRF की टीमें हाई अलर्ट पर हैं।
- IMD की चेतावनी और सुझाव
नदियों के किनारे न जाएं। - ज़रूरी न हो तो यात्रा टालें।
- घर से बाहर निकलते समय मौसम अपडेट ज़रूर चेक करें।
- स्कूलों और ऑफिसों को छुट्टियों की घोषणा करनी पड़ सकती है।