भारत मौसम विभाग (IMD) ने राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड समेत 12 राज्यों में अगले 7 दिन भारी बारिश और बाढ़ की चेतावनी दी है। जानिए किन राज्यों में कब और कितनी बारिश हो सकती है।
IMD Alert: भारत मौसम विभाग (IMD) ने देश के कई हिस्सों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की है। मानसून पूरे जोर पर है और अगले 5 से 7 दिनों तक अलग-अलग हिस्सों में मूसलधार बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है। इससे बाढ़, बिजली गिरने और भूस्खलन जैसे खतरे बढ़ सकते हैं।
राजस्थान-उत्तर भारत में रेड अलर्ट, बाढ़ जैसे हालात की चेतावनी
13 से 15 जुलाई तक पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में बहुत भारी बारिश हो सकती है। साथ ही जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और यूपी में भी तेज बारिश और बिजली गिरने का अनुमान है। 16 जुलाई को पूर्वी उत्तर प्रदेश में हालात और बिगड़ सकते हैं।
दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़ में बिजली गिरने और तेज हवाओं का खतरा
13 और 14 जुलाई को दिल्ली और आसपास के इलाकों में तेज़ हवाओं के साथ बारिश और बिजली गिरने की संभावना है। इससे ट्रैफिक और बिजली सप्लाई बाधित हो सकती है।
बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में भी अगले 5 दिन सतर्कता जरूरी
बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में 13-16 जुलाई के बीच भारी बारिश की संभावना है। झारखंड और ओडिशा में विशेष तौर पर 14-16 जुलाई को बहुत भारी बारिश हो सकती है। किसानों और ग्रामीणों को सतर्क रहने को कहा गया है।
गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा में भारी बारिश का तांडव
13 से 16 जुलाई के बीच कोंकण, गोवा, गुजरात और महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में मूसलधार बारिश का अलर्ट जारी है। गुजरात में 13-14 जुलाई को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश हैं।
केरल, तेलंगाना और कर्नाटक में भी भारी बारिश, समुद्री तूफानों की आशंका
16-18 जुलाई को केरल और तटीय कर्नाटक में बहुत भारी बारिश हो सकती है। 13-19 जुलाई तक दक्षिण भारत के कई इलाकों में मछुआरों और तटीय गांवों को अलर्ट रहने की सलाह दी गई है। समुद्र में 40-50 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
पूर्वोत्तर भारत भी पानी-पानी, भूस्खलन का खतरा
असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड में 15 जुलाई तक भारी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। मेघालय में बहुत भारी बारिश की संभावना है। यहां भूस्खलन और नदी का जलस्तर बढ़ने का खतरा मंडरा रहा है।
IMD ने बताया बारिश की असली वजह
IMD के अनुसार, बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी, उत्तर और मध्य भारत में बने लो-प्रेशर एरिया और सक्रिय ट्रफ लाइन के चलते मानसून की बारिश इतनी तेज़ हो रही है। इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ के कारण पहाड़ी राज्यों में भी बारिश जारी है।
सावधान रहें! अनावश्यक यात्रा से बचें
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें, बिजली गिरने के दौरान पेड़ों या खुले मैदान में खड़े न हों और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।