New Delhi: इंग्लैंड की धरती पर भारत ने कमाल का खेल दिखाते हुए वो चमत्कार किया है, जिसकी कल्पना भी करना मुश्किल है। ओवल टेस्ट में टीम इंडिया ने शानदार गेंदबाजी करते हुए अंग्रेजों के मुंह से जीत छीनकर सीरीज को 2-2 से बराबर कर लिया है। इस शानदार प्रदर्शन की वजह से टीम इंडिया की हर तरफ तारीफ हो रही है। शुभमन गिल की कप्तानी में भारतीय टीम का खेल कमाल का नजर आया है। खासकर मोहम्मद सिराज ने वो धमाल मचाया है, जिसके लिए वह दुनियाभर में मशहूर हैं।
सीरीज हुई 2-2 से बराबर
फिल्म जैसे इस रोमांचक मुकाबले में कमाल का खेल दिखाते हुए भारतीय टीम के गेंदबोजों ने नामुमकिन को मुमकिन किया है। 6 रनों से ओवल में जीत दर्ज कर टीम इंडिया ने एंडरसन-तेदुलकर ट्रॉफी को 2-2 से ना केवल बराबर किया है, बल्कि दुनिया को बताया है कि टीम इंडिया कुछ भी कर सकती है।
सिराज बने जीत के हीरो
इस मुकाबले में मोहम्मद सिराज ने धमाल मचाया है। भारतीय टीम को असल जीत दिलाने वाले सिराज ही हैं, जिन्होंने ओवल टेस्ट में दूसरी पारी के दौरान 5 विकेट लिए और अंग्रेजों को मुंहतोड़ जवाब दे दिया है। वहीं, पहली पारी में भी उन्होंने 4 विकेट लिए थे।
भारतीय टीम की एतिहासिक जीत
भारत के लिए ये जीत और भी ज्यादा खास है, क्योंकि टीम इंडिया ने रनों के मार्जिन से अब तक की सबसे छोटी जीत दर्ज की है। ऐसे में इस इतिहास ने टीम इंडिया की जीत में चार चांद लगा दिया है।
4 साल बाद ओवल में जाती भारत
भारत ने ओवल में पहली बार 1971 में जीत हासिल की थी, उस समय अजीत वाडेकर भारत के कप्तान हुआ करते थे। इसके 50 साल बाद 2021 में विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड को हराया।
ऐसा रहा ओवल टेस्ट
बारिश से प्रभावित ओवल टेस्ट में भारत की पहली पारी सिर्फ 224 रनों पर सिमट गई। जवाब में इंग्लैंड ने 92 रनों की ओपनिंग साझेदारी के साथ अच्छी शुरुआत की, लेकिन अगले 155 रनों के अंदर ही इंग्लैंड ने सभी विकेट गंवा दिए और इंग्लैंड की पहली पारी 247 के स्कोर पर समाप्त हुई। इंग्लैंड को पहली पारी में 23 रनों की मामूली लेकिन बेहद अहम बढ़त मिली।
जब टीम इंडिया दूसरी बार बल्लेबाजी करने उतरी, तो पिच पहले से बेहतर हो चुकी थी। केएल राहुल और साई सुदर्शन बड़ी पारी नहीं खेल पाए, लेकिन यशस्वी जायसवाल की 118 रनों की शतकीय पारी ने भारत को बड़े स्कोर की ओर अग्रसर किया। उन्होंने आकाशदीप के साथ 107 रनों की साझेदारी की। आकाशदीप ने 66 रन बनाए। भारत की दूसरी पारी 396 रनों पर समाप्त हुई, जिससे इंग्लैंड को 374 रनों का लक्ष्य मिला।
बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने 106 के स्कोर तक 3 विकेट गंवा दिए थे। यहां से हैरी ब्रूक और जो रूट ने 195 रनों की साझेदारी कर टीम इंडिया की मुश्किलें बढ़ा दीं, रूट और ब्रूक ने क्रमश: 105 रन और 111 रनों की पारियां खेलीं। हालांकि, ये साझेदारी कोई काम नहीं आई और अंग्रेजों को 6 रनों से हार का सामना करना पड़ा है।