अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर एक पोस्ट किया. जिसमें उन्होंने लिखा, “ईरान को उस ‘सौदे’ पर हस्ताक्षर करना चाहिए था जिस पर मैंने उन्हें हस्ताक्षर करने के लिए कहा था. यह कितनी शर्म की बात है, और मानव जीवन की बर्बादी है. सीधे शब्दों में कहें तो, ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकता. मैंने इसे बार-बार कहा है! सभी को तुरंत तेहरान खाली कर देना चाहिए!”
इसके साथ ही इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने भी तेहरान को खाली करने की चेतावनी दी है. सोमवार को आईडीएफ ने सोशल मीडिया के जरिए एक सख्त चेतावनी जारी की. जिसमें तेहरान के कुछ हिस्सों में रहने वाले लोगों से तुरंत भागने को कहा गया है. आईडीएफ के अरबी भाषा के प्रवक्ता कर्नल अविचाय एड्राई द्वारा पोस्ट किए गए इस संदेश में क्षेत्र में ‘सैन्य बुनियादी ढांचे’ पर भारी बमबारी की बात कही गई. ये संदेश पिछले संदेशों जैसे ही था जिसमें सख्त भाषा का इस्तेमाल किया गया.
तेहरान को छोड़ने का आदेश ऐसे वक्त में आया है जब इजराइल ने शुक्रवार सुबह ईरान पर हमला कर दिया. उसके बाद ईरान ने भी इजराइली शहरों पर मिसाइल दागीं. ईरान की इस कार्रवाई के बाद इजराइल ईरान पर लगातार हमले कर रहा है. वहीं ईरान भी पीछे नहीं हट रहा और वह भी इजराइली शहरों को निशाना बना रहा है. इजराइली सेना ने दावा किया है कि उसने तेहरान सहित ईरान के बड़े हवाई क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है. साथ ही ईरान के तेल, गैस और मिसाइल बुनियादी ढांचे पर हमला किया है.
वहीं तेल अवीव में चीनी दूतावास ने भी अपने नागरिकों से तुरंत इजरायल और आसपास के क्षेत्र को छोड़ने को कहा है. चीनी दूतावास ने चीनी नागरिकों को जॉर्डन के लैंड बॉर्डर से जल्द से जल्द बाहर जाने को कहा है. इजराइली हवाई क्षेत्र के बंद होने और हमलों में बढ़ोतरी होने का हवाला देते हुए दूतावास ने “नागरिक हताहतों की संख्या में वृद्धि और सुरक्षा में गिरावट” की चेतावनी दी.