JNU Election Result 2025: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) छात्र संघ चुनाव 2025 के नतीजे सामने आ गए हैं। इस बार भी वामपंथी संगठनों ने केंद्रीय पैनल की चार में से तीन सीटों पर कब्जा जमाकर अपना दबदबा बरकरार रखा है।
वहीं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) समर्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने संयुक्त सचिव पद पर जीत हासिल कर 9 साल बाद इतिहास रच दिया है।
कौन-कौन जीते?
- अध्यक्ष पद: ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) के नीतीश कुमार ने 1,702 वोटों के साथ जीत दर्ज की।
- उपाध्यक्ष पद: डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन (DSF) की मनीषा ने 1,150 वोटों से जीत हासिल की।
- महासचिव पद: मुन्तेहा फातिमा ने 1,520 वोटों के साथ बाजी मारी।
- संयुक्त सचिव पद: ABVP के वैभव मीणा ने 1,518 वोट पाकर जीत का परचम लहराया।
गठबंधन और मुकाबला
इस बार आइसा (AISA) ने डीएसएफ (DSF) के साथ गठबंधन किया था। दूसरी ओर, एसएफआई (SFI) और एआईएसएफ (AISF) ने बीएपीएसए (BAPSA) और पीएसए (PSA) के साथ हाथ मिलाया।
ABVP ने अकेले दम पर चुनाव लड़ा और बड़ी टक्कर दी।
मतदान का हाल
- कुल पात्र मतदाता: 7,906
- मतदान करने वाले छात्र: लगभग 5,500
- मतदान प्रतिशत: लगभग 70% (2023 के 73% से थोड़ा कम, लेकिन 2012 के बाद सबसे ज्यादा)
चार केंद्रीय पदों के लिए कुल 29 उम्मीदवारों ने मुकाबला किया, जबकि 44 पार्षद सीटों के लिए 200 उम्मीदवार मैदान में थे।
ABVP की ऐतिहासिक जीत
ABVP ने संयुक्त सचिव पद जीतने के बाद कहा कि यह जीत जेएनयू की राजनीति में “बड़ा बदलाव” दर्शाती है।
उनके बयान में कहा गया,
“यह न सिर्फ हमारी मेहनत और राष्ट्रवादी विचारधारा पर छात्रों के विश्वास का परिणाम है, बल्कि यह उन सभी छात्रों की जीत है जो शिक्षा को राष्ट्र-निर्माण का आधार मानते हैं।”
नवनिर्वाचित संयुक्त सचिव वैभव मीणा ने भी जीत को आदिवासी चेतना और सांस्कृतिक पहचान की जीत बताया।
पिछले चुनावों की झलक
मार्च 2024 में हुए पिछले जेएनयू छात्र संघ चुनावों में यूनाइटेड लेफ्ट ने केंद्रीय पैनल की चार में से तीन सीटें जीती थीं, जबकि एक सीट BAPSA ने हासिल की थी।
चार साल के कोविड अंतराल के बाद हुए उस चुनाव में भी वामपंथियों का वर्चस्व बना रहा था।
JNU Election Result 2025 एक बार फिर वामपंथी ताकत की पुष्टि करता है, लेकिन ABVP की ऐतिहासिक वापसी भी छात्र राजनीति में नए बदलाव का संकेत दे रही है। आने वाले समय में जेएनयू की राजनीति में नई हलचलों की उम्मीद की जा सकती है।