नई दिल्ली। जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति पद पर नए चेहरे की तलाश तेज हो गई है। भाजपा और एनडीए 17 अगस्त को संसदीय बोर्ड की बैठक में उम्मीदवार का नाम तय करेंगे। इस दौड़ में कई दिग्गज नेताओं के नाम चर्चा में हैं, लेकिन सबसे ज्यादा सुर्खियां बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान बटोर रहे हैं।
मुस्लिम नेता का नाम सबसे आगे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भाजपा गठबंधन में संभावित उम्मीदवारों की सूची में कई नाम हैं—
- आरिफ मोहम्मद खान (राज्यपाल, बिहार)
- मनोज सिन्हा (उपराज्यपाल, जम्मू-कश्मीर)
- थावरचंद गहलोत (राज्यपाल, कर्नाटक)
- ओम माथुर (राज्यपाल, सिक्किम)
- आचार्य देवव्रत (राज्यपाल, गुजरात)
- शेषाद्रि चारी (आरएसएस विचारक)
इनमें से आरिफ मोहम्मद खान को सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है।
हरिवंश सिंह की दावेदारी कमजोर क्यों?
राज्यसभा के उपसभापति और जेडीयू सांसद हरिवंश सिंह का नाम भी चर्चा में है, लेकिन भाजपा ने पहले ही साफ कर दिया है कि अगला उपराष्ट्रपति सीधे पार्टी या फिर आरएसएस की विचारधारा से गहराई से जुड़ा व्यक्ति ही होगा।
क्यों दिया जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा?
धनखड़ ने 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारण बताते हुए पद से इस्तीफा दिया, हालांकि सूत्रों का कहना है कि केंद्र सरकार के साथ मतभेद और सलाह-मशविरा के बिना फैसले लेने की वजह से विश्वास की कमी भी इसका बड़ा कारण थी।
BJP क्यों है बेहद सतर्क?
भाजपा इस बार ऐसा चेहरा चाहती है जो न सिर्फ पार्टी लाइन पर चले बल्कि राज्यसभा की कार्यवाही को सुचारू रूप से चला सके। उपराष्ट्रपति का पद भले सीमित शक्तियों वाला हो, लेकिन राज्यसभा के संचालन की वजह से राजनीतिक रूप से बेहद अहम है।
कब लगेगी अंतिम मुहर?
- 17 अगस्त: BJP संसदीय बोर्ड की बैठक
- 21 अगस्त: नामांकन की अंतिम तारीख
- पीएम मोदी, जेपी नड्डा और एनडीए सहयोगी मिलकर नाम तय करेंगे।
- संसद का मानसून सत्र 18 अगस्त को दोबारा शुरू होगा।
उपराष्ट्रपति की रेस में कई नाम हैं, लेकिन आरिफ मोहम्मद खान का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है। अब निगाहें 17 अगस्त की BJP संसदीय बोर्ड बैठक पर टिकी हैं, जहां अंतिम फैसला होगा।