Nitish Kumar News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साल 2025 को महिलाओं और युवाओं के लिए ऐतिहासिक बनाने की दिशा में कई अहम कदम उठाए हैं। पिछले छह महीनों में राज्य सरकार ने ऐसे फैसले लिए हैं, जिनसे न केवल रोजगार और शिक्षा के अवसर बढ़ेंगे बल्कि स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा भी मजबूत होगी।
सरकार ने आशा और ममता कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाने का फैसला किया है। अब आशा कार्यकर्ताओं को पहले की तुलना में 3 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि मिलेगी, जबकि ममता कार्यकर्ताओं को 600 रुपये प्रति प्रसव दिए जाएंगे। इस कदम से लगभग 1 लाख आशा कार्यकर्ता, 5 हजार फैसिलिटेटर और 5 हजार से अधिक ममता कार्यकर्ता सीधा लाभान्वित होंगी। इससे ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं में कार्यरत इन महिलाओं का मनोबल बढ़ेगा।
महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने के लिए नीतीश सरकार ने सरकारी नौकरियों में 35% क्षैतिज आरक्षण देने का बड़ा निर्णय लिया है। कैबिनेट की मंजूरी के बाद राज्य की महिलाएं अब विभिन्न विभागों में अधिक संख्या में नौकरी पा सकेंगी। यह फैसला महिलाओं की भागीदारी और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देगा।
नीतीश कुमार ने घोषणा की है कि अगले पांच सालों में राज्य के एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार के अवसर दिए जाएंगे। इसके लिए विकास आयुक्त की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है।
18 से 28 साल के युवाओं को हर महीने 4 से 6 हजार रुपये की इंटर्नशिप सुविधा दी जाएगी। मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना के तहत युवाओं को बिजनेस ट्रेनिंग और स्टार्टअप्स में सहयोग मिलेगा।
महिलाओं और युवाओं के साथ-साथ आम जनता के लिए भी कई बड़ी घोषणाएं की गई हैं:
- दीदी की रसोई योजना: अब थाली मात्र 20 रुपये में उपलब्ध।
- 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली सभी उपभोक्ताओं को।
- परिवहन प्रोत्साहन: नई बस खरीदने पर 20 लाख रुपये तक की सहायता।
- पत्रकार पेंशन: अब बढ़ाकर 15 हजार रुपये मासिक।
- 8 हजार पंचायतों में मैरिज हॉल बनाने की मंजूरी।
गुरु-शिष्य परंपरा योजना और दिव्यांग सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना को भी कैबिनेट की हरी झंडी।